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कोच्चि से गोवा तक समुद्री नौकायन दौड़ का आयोजन

आजादी का अमृत महोत्सव की स्मारक गतिविधियों के तहत, भारतीय नौसेना इंडियन नेवल सेलिंग एसोसिएशन (आईएनएसए) के तत्वावधान में कोच्चि से गोवा तक ऑफशोर सेलिंग रेगाटा का आयोजन कर रहा है। इस कार्यक्रम में छह इंडियन नेवल सेलिंग वीसल्स (आईएनएसवी) महादेई, तारिणी, बुलबुल, नीलकंठ, कदलपुरा और हरियाल भाग लेंगे।

अनुमानित रूप से पांच दिन की यह दौड़ 24 अक्टूबर, 2021 को शुरू होगी और इसमें नौसेना बेस, कोच्चि के शुरुआती बिंदु से गोवा के बीच की लगभग 360 एनएम की दूरी तय की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य भाग लेने वाले चालक दल के लिए रोमांच और समुद्री नौकायन की भावना को बढ़ावा देना है।

छह आईएनएसवी- चार 40 फुटर और दो 56 फुटर में से हरेक को नौसेना की तीन कमानों, एएनसी और आईएचक्यू एमओडी (नौसेना) से छह नौसेना कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाएगा। इसके अलावा याचिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वाईएआई) से संबद्ध सिविलियन क्लब के समुद्री याच भी इस आयोजन में भाग लेंगे।

इस अभियान को आईएनएस मांडवी, गोवा में स्थित एचक्यूएसएनसी और भारतीय नौसेना की ओसीन सेलिंग नोड (ओएसएन) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। प्रतिभागी इस आयोजन के लिए पिछले एक महीने से अभ्यास कर रहे हैं और अपने कौशल में सुधार के लिए उन्होंने एक कैप्सूल कोर्स भी किया है।

भारतीय नौसेना के प्रतिभागियों में कैप्टन विपुल महर्षि, कैप्टन अतुल सिन्हा, लेफ्टिनेंट कमांडर के पेडनेकर, लेफ्टिनेंट कमांडर पायल गुप्ता आदि शामिल हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर के कई आयोजनों में पदक जीते हैं और विभिन्न कमानों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

इस रेगाता में भाग ले रहे दो 56 फुटर पहले ही वैश्विक जलयात्रा में भाग लेकर भारतीय नौसेना में इतिहास रच चुके हैं। महादेई ने 2010 में कैप्टन दिलीप डोन्डे और 2013 में कमांडर अभिलाष टोमी के साथ एकल वैश्विक जलयात्रा ‘सागर परिक्रमा’ की है।इसने 2011, 2014 और 2017 में केप टाउन से रियो डि जेनेरियो दौड़ में भी भाग लिया है। तारिणी ने सभी महिला अधिकारी चालक दल के साथ वैश्विक जलयात्रा ‘नाविका सागर परिक्रमा’ की है।

ओएसएन के पास भारतीय नौसेना की समुद्री नौकायन याच हैं। पर्याप्त समुद्री नौकायन का अनुभव रखने वाले स्वयंसेवकों में से चालक दल का चयन किया जाता है। समुद्री नौकायन एक अत्यधिक मुश्किल रोमांचक खेल है और इसके माध्यम से भारतीय नौसेना नौवहन,

संचार, इंजन और जहाज पर मशीनरी के तकनीकी संचालन, इनमारसैट उपकरण के संचालन, रसद योजना आदि सहित आवश्यक नाविक कौशल को सम्मान देते हुए जोखिम लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए साहस की भावना पैदा करती है।

इससे सागर परिक्रमा और केप टाउन से रियो डि जेनेरियो दौड़, आईओएनएस नौकायन अभियान आदि जैसे अभियानों में भाग लेकर दुनिया में अपनी सौम्य उपस्थिति प्रदर्शित करने की भारतीय नौसेना की क्षमता को भी बढ़ाता है।

आजादी का अमृत महोत्सव ऑफशोर रेस को 24 अक्टूबर, 20221 को एफओसी-इन-सी (साउथ) द्वारा कोच्चि से हरी झंडी दिखाई जाएगी। 29 अक्टूबर, 2021 को इस दौड़ के समापन समारोह की अध्यक्षता कमांडैंट, नेवल वार कॉलेज (एनडब्ल्यूसी),गोवा करेंगे।


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