अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अगले चार दिनों में आंधी, तेज हवा के साथ वर्षा होगी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार : मौसम की मुख्य बातें
· दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा पड़ोसी अंडमान सागर में चक्रवाती स्थिति के कारण इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। संबंधित चक्रवाती स्थिति मध्य समुद्र स्तर के 5.8 किलोमीटर ऊपर चली गयी है। अगले 24 घंटों में उत्तर अंडमान सागर तथा पडोस में इसके प्रबल होने की संभावना है। इसके प्रभाव के अंतर्गत :
(i)अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह में अगले चार दिनों में आंधी-तूफान, बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ व्यापक रूप से वर्षा होगी। 31 मार्च – 1 अप्रैल, 2021 के दौरान अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट स्थानों पर भारी से काफी भारी वर्षा होने की संभावना है।
(ii)मछुआरों को सलाह दी गई है कि वो 31 मार्च को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा पडोस के दक्षिण अंडमान सागर में न जाएं।1 और 2 अप्रैल 2021 को अंडमान सागर और पडोस की बंगाल की खाड़ी में मछुआरों का नहीं जाने की सलाह दी गई है।
· बंगाल की खाड़ी से मजबूत निम्न स्तरीय दक्षिण-पश्चिमी हवाओं तथा अन्य वायु मंडलीय स्थितियों के प्रभाव से :
(i)31 मार्च – 1 अप्रैल के दौरान उत्तर पूर्व भारत में छिटपुट स्थानों पर आंधी-तूफान औरबिजली कड़कने के साथ वर्षा होगी। अधिकतम प्रभाव 31 मार्च को होगा।
(ii)31 मार्च को असम तथा मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। 31 मार्च – 1 अप्रैल के दौरान अरुणांचल प्रदेश के छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
(iii) इससे31 मार्च – 1 अप्रैल के दौरान दक्षिण असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम के छिटपुट स्थानों पर भू-स्खलन और निचले इलाकों के जलमग्न होने की संभावना है।
अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस कम होने की संभावना है। इससे राजस्थान में गर्म हवाओं में कमी आएगी। 3 अप्रैल 2021 से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में गर्म हवाएं चल सकती हैं।
· धूल भरी तेज हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) राजस्थान, हरियाण, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश में चल सकती हैं और 31 मार्च से 1 अप्रैल के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पंजाब, उत्तर मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में तेज हवाएं चल सकती हैं।
· मौसम की टिप्पणी
· असम तथा मेघालय के अनेक स्थानों, अंडमान और निकोबार के कुछ स्थानों, उप हिमालय पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों और जम्मू–कश्मीर-लद्दाख-गिलगिट-बाल्टिस्तान तथा मुजफ्फराबाद और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के छिटपुट स्थानों पर कल 0830-1730 बजे के दौरान वर्षा और गरज के साथ वर्षा हुई।
· वर्षा (कल 0830 – 1730 बजे के दौरान) (1 सेंटीमीटर या अधिक) : हैफ लॉन्ग तथा इम्फाल में 2-2 इंच और पासीघाट, शिलॉन्ग नेनकॉवरी – 1 सेंटीमीटर।
· असम तथा मेघालय और मणिपुर के छिटपुट स्थानों पर कल शाम 1730 बजे से आज सुबह 0530 बजे तक आंधी चली।
· कल पश्चिम राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, विदर्भ, ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के छिटपुट स्थानों पर गर्मी की लहर चली।
· 30.03.2021 को अधिकतम तापमान में परिवर्तन: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंडतथा गांगेय पश्चिम बंगाल के अनेक स्थानों पर अधिकतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा। पंजाब तथा मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों तथा पश्चिम राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश तथा यनम और तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा कराइकल के छिटपुट स्थानों पर तापमान सामान्य से ऊपर रहा। पूर्वी राजस्थान तथा विदर्भ के अधिकतर स्थानों, छत्तीसगढ़, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अनेक स्थानों, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान तथा मुजफ्फराबाद, बिहार, कोंकण तथा गोवा और तेलंगाना तथा सौराष्ट्र और कच्छ केकुछ स्थानों पर तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियसे से 5.0 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मराठवाड़ा के अधिकतर स्थानों, तटीय कर्नाटक के अनेक स्थानों, केरल तथा माहे के कुछ स्थानों पर तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से नीचे (-5.1 डिग्री सेल्सियस या कम) रहा। अरुणाचल प्रदेश तथा असम और मेघालय के अनेक स्थानों तथा उप-हिमालय पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से नीचे (-3.1 डिग्री सेल्सियस से -5.0 डिग्री सेल्सियस) रहा। कर्नाटक के भीतरी भागों के कुछ स्थानों और मध्य महाराष्ट्र के छिटपुट स्थानों पर तापमान सामान्य से नीच (-1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सिय)रहा। तापमान देश के शेष भागों में सामान्य रहा।
· 30.03.2021 को न्यूनतम तापमान में परिवर्तन: पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के छिटपुट स्थानों पर तापमान सामान्य से ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) रहा। पंजाब के अधिकतर स्थानों, हिमाचल प्रदेशऔर उत्तराखंड के अनेक स्थानों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण तथा गोवा, मध्य महाराष्ट्र तथा सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से अधिक (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस) रहा।
अगले पांच दिनों यानी 5 अप्रैल, 2021 के 0830 बजे तक मौसम का पूर्वानुमान।
· अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस में कमी आएगी और 3 अप्रैल से तापमान बढ़ेगा।
· अगले तीन दिनों में मध्य भारत में तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी।
· सौराष्ट्र और कच्छ में अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बदलाव नहीं। उसके बाद तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ेगा।
· अगले 2-3 दिनों में आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ेगा।
· अगले पांच दिनों के दौरान देश के शेष भागों में अधिकतम तापमान में कोई परिवर्तन नहीं होगा।