असम के नए मुख्यमंत्री बने हिमंता बिस्व सरमा
नई दिल्ली, एजेंसी। असम के नए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोमवार को राज्य की कमान संभालने के बाद सबसे पहले उल्फा के कमांडर इन चीफ परेश बरुआ से शांति वार्ता का आग्रह किया।
With blessings & grace of people of Assam, I took over as Chief Minister of the state today.
Taking Assam to greater heights of prosperity and making it as among the leading states, pursuing the ideals and values of Adarniya Pradhan Mantri Sri @narendramodi, is our pledge. pic.twitter.com/fhJERouAVL
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 10, 2021
भाजपा नेता और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक हिमंता बिस्व सरमा को आज मुख्यमंत्री पद की शपथ राज्यपाल जगदीश मुखी ने दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा भी मौजूद रहे। उन्होंने रविवार को राज्यपाल जगदीश चंद्र मुखी से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
नए मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए खुशी जाहिर की। साथ ही इस मौके पर मिली शुभकामनाओं और बधाइयों के लिए शुक्रिया व आभार प्रकट किया।
असम में भाजपा के नया चमकता सितारा बन चुके हिमंता को कांग्रेस छोड़े हुए अभी छह साल भी नहीं हुए और वह राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। हिमंता बिस्व सरमा के असम का मुख्यमंत्री चुने जाने के साथ ही कांग्रेस से बाहर जाकर मुख्यमंत्री बनने वाले नेताओं के आंकड़ों में इजाफा हो गया है। अब देश में नौ गैर-कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री कांग्रेस की सियासी पृष्ठभूमि से होंगे। पूर्वोत्तर के सात में से अब पांच राज्यों के मुख्यमंत्री पुराने कांग्रेसी हो जाएंगे। अभी जिन पांच राज्यों में चुनाव हुए हैं उनमें से तीन प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने अपना सियासी सफर कांग्रेस से शुरू किया था।