केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री ने HURL को 813.24 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त ऋण का चेक सौंपा
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री श्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी परियोजनाओं को चालू करने के लिए हिंदुस्तान ऊर्वरक और रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के प्रबंध निदेशक को 1257.82 करोड़रुपये की कुल राशि में से813.24 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त ऋण का चेक सौंपा। एचयूआरएलपूर्वी भारत में आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करते हुए, पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा-कुशल प्राकृतिक गैस आधारित नये उर्वरक परिसर चला रहा है।
इस अवसर पर मंत्री ने जोर देकर कहा कि एचयूआरएल को ब्याज मुक्त ऋण जारी करने से कोविड -19 के दौरान इसकी वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी। यह यूरिया के स्वदेश में उत्पादन को बढ़ाकर भारत सरकार के “आत्म निर्भर भारत” अभियान को समय से 2021 में पूरा करने में एचयूआरएलकी सहायता करेगा।
उपरोक्त तीन संयंत्रों के फिर से चालू हो जाने से प्रति वर्षयूरिया पर आयात निर्भरता में 38.1एलएमटी की कमी आएगी और इससे सरकारी खजाने को भारी विदेशी मुद्रा की बचत होगी। प्रत्येक संयंत्र की क्षमता 12.7 एलएमटीप्रति वर्ष होगी। मंत्री ने यह भी बताया कि एचयूआरएल परियोजनाएं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के बड़े अवसर पैदा करेंगी।
गोरखपुर, बरौनी और सिंदरी परियोजनाओं ने 28.02.2021 तक 89%, 85.1% और 86.1% प्रगति हासिल की है। एक बार इन परियोजनाओं के चालू हो जाने के बाद, यह हमारी घरेलू क्षमता को बढ़ाएगा, और यूरिया उत्पादन में और आत्मनिर्भरता लाएगा।
सरकार ने 01.07.2018 को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) सिंदरी (झारखंड) और बरौनी (बिहार) में स्थित हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) परियोजनाओं के लिए 257.82 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त ऋण (आईएफएल) को मंजूरी दी थी। तदनुसार, 08.09.2020 को उर्वरक और एचयूआरएलविभाग के बीच एक ऋण समझौते को निष्पादित किया गया था। मंजूरी के अनुसार, आईएफएल की कुल राशि को आईडीसीके 3 वर्षों के लिए वितरित किया जाना है, जिसका विवरण निम्नानुसार है: –