गुजरात के कच्छ में किसानों से PM मोदी बात करेंगे
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक किसान प्रदर्शनकारी ने कहा, “ठंड से परेशानी काफी है लेकिन जब तब कानून वापस नहीं होते और MSP लागू नहीं होती हम इसी हिम्मत के साथ लड़ेंगे.
आज मंगलवार को पीएम मोदी गुजरात के कच्छ में सोलार प्रोजेक्ट और अन्य प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने जा रहे है, वहां वे कच्छ के किसानों से मिलेंगे और बातचीत करेंगे. (PM Narendra Modi to lay foundation stone of fully automated Milk Processing & Packaging Plant in Kutch on Tuesday) & Foundation Stone of the world’s biggest Hybrid Renewable Energy Park of 30-GW (30,000 MW) capacity and a Desalination Plant of 10-crore litre per day capacity.
इसी बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कु देश के 10 किसान संगठनों ने कृषि कानूनों को सही बताया है और उनका समर्थन किया है. सरकार से किसानों की कई राउंड की बात हुई है, लेकिन अभीतक बीच का कोई रास्ता नहीं निकल पाया है.
कृषि मंत्री से कल 6 राज्यों के 10 किसान संगठन मुलाकात किया. मुलाकात के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति से तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बिहार से किसानों ने कृषि बिल का समर्थन किया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest 2020) आज 20वें दिन भी जारी है. कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार विरोध कर रहे किसान कल भूख हड़ताल (Hunger Strike) किया. इसके साथ-साथ किसानों ने यह भी साफ कर दिया है कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लिया जाता है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है. किसानों के संगठन को लेकर उन्होंने कहा है कि,”आंदोलनकारी देशद्रोही संगठन हैं. आंदोलन करने वाले किसान संगठन विदेशी शक्तियों के इशारों पर पलने वाले हैं. अचानक पांच सौ संगठन कुकुरमुत्ते की तरह की तरह पनप गए हैं.”