गुवाहाटी हवाई अड्डे पर ट्राइब्स इंडिया के नये आउटलेट की ई-शुरूआत की
समावेशी विकास (सबका साथ सबका विकास) हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य : श्री अर्जुन मुंडा
ट्रायफेड ने नई एकरूपता की खोजी – उत्पादों के महंगे आला ब्रांड बनाने के लिए डीआईवीआईएनआईटीआई (डिवीनिटी) के साथ समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया
जनजातीय मामलों के केन्द्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज गुवाहाटी के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रस्थान लाउंज में ट्राइब्स इंडिया के नए आउटलेट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह, ट्राइफैड के अध्यक्ष श्री रमेश चंद मीणा, ट्राइफेड की उपाध्यक्ष, श्रीमती प्रतिभा ब्रह्मा, ट्राइफैड के प्रबंध निदेशक श्री प्रवीर कृष्ण, और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, गुवाहाटी के निदेशक उपस्थित थे।
श्री अर्जुन मुंडा ने इस अवसर पर कहा, “समावेशी विकास (सबका साथ सबका विकास) हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य रहा है। इसमें आदिवासियों सहित सभी वर्गों का विकास शामिल है, जो वंचितों का एक बड़ा हिस्सा हैं। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइफेड, आदिवासियों की उपज और उत्पादों को बढ़ावा देकर और उनकी मार्केटिंग कर न केवल आदिवासियों के जीवन और आजीविका में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर अनुकरणीय कार्य कर रहा है, बल्कि समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ तालमेल भी कर रहा है। मुझे आज गुवाहाटी में 126वें ट्राइब्स इंडिया के शोरूम का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जो आदिवासी हस्तशिल्प और हथकरघा और वन धन नैचुरल और प्रतिरक्षा बूस्टरों की मार्केटिंग में मदद करेगा।”
इस कार्यक्रम ने ट्राइफेड की एक और पहल की शुरूआत देखी जो आदिवासियों के जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव डालेगी। आदिवासी सशक्तीकरण की दिशा में अपने मिशन के तहत, ट्राइफेड समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ तालमेल बनाने के लिए एकरूपता और साझेदारी की खोज कर रहा है। इस संबंध में, ट्राइफेड ने श्रीम स्वर्णम डिवाइन प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (डिवीनिटी), नई दिल्ली के साथ समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया।
ट्राइफेड और श्रीम स्वर्णम डिवाइन प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (डिवीनिटी) ने आदिवासी उत्पादों की मौजूदा रेंज से “ट्राइफेड-डिवीनिटी प्रीमियम रेंज” नाम के महंगे आला ब्रांड बनाने के लिए एक-दूसरे के साथ साझेदारी करने पर सहमति व्यक्त की है। संगठन इन आदिवासी उत्पादों के भविष्य के स्रोत और उनके विकास के बारे में अनुसंधान के क्षेत्रों, पैकेजिंग और मार्केटिंग पर में भी सहयोग करेगा ताकि आगे चलकर आदिवासी कारीगरों को इसका लाभ मिल सके। “ट्राइफेड – डिवीनिटी प्रीमियम रेंज” के सभी उत्पादों की मार्केटिंग ट्राइब्स इंडिया के सभी आउटलेट्स, ई-मार्केटप्लेस, कॉर्पोरेट्स, सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों में की जाएगी।
मार्केटिंग के जरिये आदिवासी कारीगरों की आजीविका को बढ़ावा देने के लिए अपनी पहल के एक हिस्से के रूप में और इस नए आउटलेट (गुवाहाटी में चौथा) के साथ आदिवासी उपज और उत्पादों को सहयोग प्रदान करने के लिए, ट्राइफेड देश भर में अपने खुदरा परिचालन का विस्तार जारी रखे हुए है। समग्र आदिवासी कल्याण और विकास को अगले तार्किक चरण में ले जाने के लिए, ट्राइफेड सक्रिय रूप से विभिन्न मंत्रालयों और विभागों और विशेषज्ञ संस्थानों के साथ एकरूपता का तेजी से पता लगा रहा है ताकि जनजातीय लोगों की आजीविका और आय के अवसरों में सुधार लाया जा सके।
ट्राइफेड ने जनजातीय आजीविका कार्यक्रम के साथ कौशल विकास और सूक्ष्म उद्यमिता कार्यक्रम के विस्तार की योजना बनाई है। राष्ट्रीय स्तर की यह पहल जैसे आत्म निर्भर अभियान, “गो वोकल फॉर लोकल” और मंत्रालयों के अन्य कार्यक्रमों की एक प्रमुख पहल है। इस सहयोग के सफल कार्यान्वयन और भविष्य की अनेक एकरूपताओं और आदिवासी उपज और उत्पादों को मार्केटिंग सहायता प्रदान करके ट्राइफेड को उम्मीद है कि वह आदिवासी उत्पादकों के हुनर को विकसित करके उन्हें सशक्त बनाएगा और आय और आजीविका पैदा करने में मदद करेगा, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में आदिवासी जीवन और उनकी आजीविका में पूर्ण बदलाव आएगा।