ज़ी टीवी दे रहा है 2020 को एक भव्य विदाई
2020 भारतीय टेलीविजन के लिए एक उतार-चढ़ाव भरा साल रहा। जहां यह साल जोर-शोर से शुरू हुआ, वहीं ज़ी टीवी और दूसरे हिंदी मनोरंजन चैनलों ने अपने दर्शकों के लिए ताजगी भरे कार्यक्रम शुरू किए लेकिन जल्द ही कोविड-19 की महामारी ने चारों तरफ निराशा का माहौल पैदा कर दिया।
लॉकडाउन के दौरान जब हर व्यक्ति अपने घर पर समय बिता रहा था और महामारी से जूझ रहा था, तब मनोरंजन की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा महसूस की गई। इस दौरान जहां चैनल अलग-अलग पुराने और नए कार्यक्रम लेकर हाजिर हुए, वहीं ज़ी टीवी ने भी पूरे साल अपने दर्शकों को भरपूर मनोरंजन दिया। अब जबकि हम नए साल का स्वागत करने के लिए तैयार हैं, तो आइए देखते हैं गुजरे हुए साल की एक झलक।
2020 की भव्य शुरुआत
लिटिल चैंप्स का जोरदार स्वागत
सात सफल सीजन्स के साथ रियलिटी टेलीविजन पर राज करने के बाद सारेगामापा लिटिल चैंप्स ने इस शो के आठवें सीजन में एक बार फिर भारत के नन्हें सिंगिंग टैलेंट के लिए अपने दरवाजे खोले। जहां अल्का याग्निक, कुमार सानू और उदित नारायण जैसे लोकप्रिय गायकों ने इस शो के जजों और मेंटर्स के रूप में कमान संभाली, वहीं लॉकडाउन के बाद कुमार और उदित की जगह हिमेश रेशमिया और जावेद अली नजर आए। जहां इस शो में साजिद खान से लेकर गोविंदा और पूनम ढिल्लों जैसे कलाकार मंच पर नजर आए, वहीं आर्यनंदा बाबू को विजेता घोषित करने के साथ इस शो का समापन हुआ।
अपने परिवार के सम्मान की खातिर लड़ते दो लोगों की कहानी (फिक्शन शो – कुर्बान हुआ)
देवप्रयाग की पृष्ठभूमि पर आधारित कुर्बान हुआ, दो युवा लोगों नील (करण जोतवानी और इस समय राजवीर सिंह) और चाहत (प्रतिभा रांटा) की रोमांचक कहानी है, जिनकी पृष्ठभूमि और संस्कृति एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। दोनों के अपने-अपने मिशन हैं। दोनों अपनी जिंदगी के एकमात्र और करीबी रिश्ते को कुर्बान करके एक दूसरे के साथ शादी में बंधन बंध जाते हैं।
दोनों के बीच प्यार का नामोनिशान तक नहीं है, जो किसी भी शादीशुदा जीवन का आधार होता है। जहां नील अपनी बहन की मौत के बदले की आग में जल रहा है, वहीं चाहत अपने अब्बू को निर्दोष साबित करना चाहती हैं क्योंकि उसे पता है की नील की बहन की मौत में उनका कोई हाथ नहीं है। इस शो के जरिए ज़ी टीवी ने दर्शकों के सामने एक बड़ा सवाल रखा कि अपने परिवार के प्यार और सम्मान की खातिर ये दोनों किस हद तक जाएंगे?
क्लासिक के जरिए जगाई पुराने दिनों की यादें
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान ज़ी टीवी ने अपने दर्शकों का मनोरंजन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और अपने पुराने जाने-माने शोज़ दोबारा शुरू किए।
फैमिली एंटरटेनर के साथ शुरू किया पुरानी यादों का सफर (हम पांच और कुबूल है)
कई पीढ़ियों का लोकप्रिय शो हम पांच, 25 साल बाद पब्लिक डिमांड पर ज़ी टीवी पर दोबारा शुरू हुआ। इस मशहूर शो में जाने-माने कलाकारों ने यादगार किरदार पेश किए गए। इसमें आनंद माथुर और उनके मध्यमवर्गीय परिवार की विचित्र कहानी है। इसमें उनकी पत्नी बीना माथुर और उनकी पांच बेटियां हैं, जो आनंद माथुर की दुनिया में उथल-पुथल मचाने के लिए हर वक्त कुछ ना कुछ करती रहती हैं। इनके अलावा उनकी नाक में दम करती हैं उनकी स्वर्गीय पत्नी, जो फोटो फ्रेम से अक्सर उनसे बातें करती हैं और उन्हें कुछ मामलों में राय भी देती हैं।
इसके अलावा ज़ी टीवी ने मुस्लिम पृष्ठभूमि पर आधारित शो ‘कुबूल है’ के एपिसोड्स भी दोबारा शुरू किए। इस शो में ज़ोया (सुरभि ज्योति) का सफर था, जिसमें मुस्लिम समुदाय की दिलचस्प कहानी और उनमें हो रहे प्रगतिशील बदलाव को दर्शाया गया।
ज़ी हॉरर शो और अकबर बीरबल के साथ दिखाई गईं रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानियां और पीरियड ड्रामा
ज़ी टीवी ने अपने दर्शकों को एक और सरप्राइज़ देते हुए भूत-प्रेत और आत्माओं की डरावनी कहानियां भी पेश कीं। ज़ी हॉरर शो को दोबारा शुरू करने के साथ ही इस चैनल ने अकबर बीरबल की क्लासिक कहानी भी दिखाई, जिसने ना सिर्फ दर्शकों को हंसाया बल्कि उन्हें जिंदगी के कुछ अनमोल सबक भी सिखाए।
रियलिटी फ्लैशबैक (डांस इंडिया डांस और सारेगामापा लिटिल चैंप्स 2005 और 2017)
इस साल डांस इंडिया डांस और सारेगामापा लिटिल चैंप्स के सबसे पॉपुलर सीजन्स की भी वापसी हुई जिनमें टेरेंस लुईस, रेमो डिसूज़ा और गीता कपूर जैसे सुपरहिट जजों की तिकड़ी के साथ क्रमशः नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और जावेद अली भी नजर आए। जहां शक्ति मोहन, धर्मेश येलांदे और पुनीत पाठक जैसे नई पीढ़ी के कलाकारों ने अपनी शानदार डांस परफॉर्मेंस से दर्शकों में जोश जगाया, वहीं लिटिल चैंप्स ने अपनी दिल छू लेने वाली परफॉर्मेंस से उनके कानों में मिठास घोल दी।
भक्ति की शक्ति (विष्णु पुराण और परम अवतार श्री कृष्ण)
विश्व के सबसे बड़े रक्षकों की कथाओं के साथ दर्शकों को एक आध्यात्मिक दुनिया में ले जाते हुए ज़ी टीवी ने बी.आर.चोपड़ा के विष्णु पुराण में भगवान विष्णु के 10 अवतारों के दर्शन कराए। प्राचीन कथाओं और शास्त्रों पर आधारित इस शो ने दर्शकों को अलौकिक संसार दिखाया और भगवान विष्णु के अवतारों के जरिए जीवन के अनमोल सबक सिखाए। इसमें भगवान विष्णु का रोल मशहूर एक्टर नितीश भारद्वाज ने निभाया।
इसके अलावा परमावतार श्री कृष्ण में नटखट कृष्ण की लीलाओं के साथ-साथ माखन चोर के शरारती पक्ष को प्रस्तुत किया गया। भगवान कृष्ण के विभिन्न पहलुओं से दर्शकों को आकर्षित करने के साथ-साथ इसमें शैतान कंस मामा के अत्याचारों पर भगवान कृष्ण की विजय गाथा भी शामिल थी, जिसमें हमें भगवान कृष्ण को योद्धा के रूप में भी देखने का अवसर मिला।
अपनी तरह के पहले प्रयास में मिली सफलता
इंडस्ट्री का पहला करिश्मा (सारेगामापा एक देश एक राग)
भारत के सबसे लंबे समय तक चलने वाले नॉन-फिक्शन फ्रेंचाइजी सारेगामापा के 25 साल का जश्न मनाते हुए ज़ी टीवी ने एक सही मायनों में अनोखे अभियान ‘एक देश एक राग’ के लिए अपने नेटवर्क की ताकत का बखूबी इस्तेमाल किया। इसमें डिजिटल माध्यम पर 25 घंटे का म्यूज़िक मैराथन शुरू हुआ। इसमें ज़ी के 10 फेसबुक पेजों पर एक के बाद एक दिन रात पापुलर सिंगर्स की परफॉर्मेंस हुई, जिसमें भारतीय संस्कृति के सुर-ताल, उमंग और उत्साह नजर आया। 25 साल का यह जश्न घर से शूट किए गए और ज़ी और ज़ी मीडिया के 23 चैनलों पर दिखाए गए एक भव्य कॉन्सर्ट के साथ समाप्त हुआ, जिसमें धनराशि जमा करने की अपील की गई। इसमें शो के सबसे मशहूर चेहरे नजर आए।
कहने को हमसफर हैं, बारिश, कर ले तू भी मोहब्बत और क्वीन के साथ ओटीटी और टेलीविजन के बीच बनाया रिश्ता
लॉकडाउन के दौरान दर्शकों को कुछ अलग तरह के कार्यक्रम दिखाने के उद्देश्य से ज़ी टीवी ने पहली बार ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाए गए सीमित अवधि वाले 4 नए शोज़ प्रस्तुत किए। जहां कर ले तू भी मोहब्बत, बारिश और कहने को हमसफर है ने चुनौतीपूर्ण वक्त में दर्शकों को प्यार की ताकत से आश्वस्त कराया, वहीं क्वीन ने अपने दर्शकों को प्रेरित करते हुए एक साधारण लड़की की सच्ची कहानी दिखाई, जो जिंदगी के उतार-चढ़ाव में डटी रही और भारतीय राजनीति की असाधारण आयरन लेडी बनकर उभरी।
नए कार्यक्रमों के साथ प्रस्तुत किए गए आज के किरदार, आज के किस्से
सास-बहू का अनोखा रिश्ता (हमारीवाली गुड न्यूज़)
भारतीय समाज में सास-बहू के बदलते रिश्तों का बिल्कुल नया अंदाज़ लेकर आया ज़ी टीवी का नया शो ‘हमारीवाली गुड न्यूज़’ तिवारी परिवार की कहानी है, जो बहुत-से दूसरे परिवारों की तरह, घर में एक नन्हें मेहमान के आने की गुड न्यूज़ सुनने को तरस रहा है, जो उनकी जिंदगी में खुशियां लेकर आएगा। लेकिन यहां मामला जरा अलग है! यहां बच्चे ना हो पाने पर अपनी बहू को नीचा दिखाने या उस पर दबाव डालने की बजाय एक सास खुद ही एक नई पहल करेगी। वो अपनी उम्र और ‘लोग क्या कहेंगे’ जैसी बातों को दरकिनार करके अपने पति के साथ मिलकर एक बच्चे को जन्म देने का फैसला करती है ताकि वो परिवार में वह गुड न्यूज़ दे सकें, जिसका उन सभी को इंतजार है। इसमें बहू नव्या (सृष्टि जैन) और सास रेणुका (जूही परमार) के इसी अनोखे रिश्ते की कहानी है, जो उनकी भूमिकाओं की अदला-बदली के बीच और गहरा हो जाता है।
तकदीर से लड़कर औकात से बाहर आने की कहानी (अपना टाइम भी आएगा)
‘अपना टाइम भी आएगा’ जयपुर के एक अमीर राजावत परिवार के हेड स्टाफ की बेटी रानी (पहले अनुष्का सेन और इस समय मेघा रे) के सफर की कहानी है। इसमें रानी अपनी गरीबी से बंधे रहने से इंकार कर देती है और अपनी औकात की जंजीरें तोड़कर खुद अपनी किस्मत लिखने और अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य पूरे करने का फैसला करती है। यह फैमिली ड्रामा समाज की जड़ों में गहरे तक समाई ऊंच-नीच की भावना को दरकिनार करके ‘औकात’ के अलिखित नियमों पर सवाल उठाता है। ये नियम ऐसे हैं, जो निचले स्तर के लोगों से अपनी औकात से ऊपर उठने का मौका लगभग छीन लेते हैं।
शैतान के खिलाफ एक आम औरत का युद्ध (ब्रह्मराक्षस 2)
अंबाला की पृष्ठभूमि पर आधारित ब्रह्मराक्षस 2 में कालिंदी (निक्की शर्मा) नाम की एक साधारण लड़की का सफर है, जिसकी किस्मत अब तक की सबसे खतरनाक शैतानी ताकतों में उलझ जाती है, जो अब जाग उठी हैं। पता चलता है कि कालिंदी का जन्म एक विशेष नक्षत्र में हुआ था, जिससे वो खास बन जाती है। इसलिए ब्रह्मराक्षस को अमर बनने के लिए उसकी जरूरत होती है। उधर कालिंदी की एकमात्र ताकत है अपने साथी अंगद (पर्ल वी पुरी) के प्रति उसका प्यार। जहां कालिंदी इस शैतानी दुनिया और अपनी सामान्य जिंदगी के बीच गुजर रही है, वहीं अब उसे अपनों को बचाने के लिए एक बेहद मुश्किल जंग लड़नी होगी!
अपने परिवार को मिलाने का रोली और रिशु का मासूम मिशन
(क्यों रिश्तों में कट्टी बट्टी)
दिसंबर के महीने में ही ज़ी टीवी ने जिंदगी से भरा एक हल्का-फुल्का ड्रामा पेश किया। क्यों रिश्तों में कट्टी बट्टी दो मासूम बच्चों की दुनिया दिखाता है, जो अपने मां-बाप शुभ्रा (नेहा मार्दा) और कुलदीप (सिद्धांत वीर सूर्यवंशी) के बीच खोया प्यार लौटाने के मिशन पर होते हैं। इन दोनों के निजी मतभेदों के चलते इनके बीच बहस और लड़ाइयां होने लगती हैं। ऐसे में अपने पापा को अपनी मम्मा के पास वापस लाकर अपनी हैप्पी फैमिली पूरी करने की उम्मीद लिए रिशु (प्रत्यक्ष पनवर) और रोली (मन्नत मुरगई) अपने पैरेंट्स के रिश्तों में आई दरार भरने की ठान लेते हैं।
करते रहे दिलों पर राज
जहां दर्शकों ने नए शोज़ के साथ एक खास रिश्ता बनाया, वहीं पुराने शोज़ भी उनके पसंदीदा बने रहे।
गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा और तुझसे है राब्ता के साथ लगाई विश्वास की छलांग
गुड्डन (कनिका मान) और अक्षत (निशांत सिंह मलकानी) की लव लाइफ से जुड़ी दिलचस्प कहानियों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने वाले शो ‘गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा’ ने हाल ही में 20 साल का लीप लिया है, जिसके बाद टेलीविजन एक्टर सवि ठाकुर इस शो के नए मेल लीड अगस्त्य बिरला के रोल में नजर आए। दूसरी ओर, कनिका मान जिन्होंने पर्दे पर गुड्डन का किरदार बखूबी निभाया था, लीप के बाद अपनी बेटी छोटी गुड्डन के रोल में वापस लौटीं। इसके अलावा इस शो में प्रथम कुंवर और मायरा मिश्रा की भी एंट्री हुई और निशांत सिंह मलकानी, सेहरिश अली और श्वेता महादिक ने इस शो से विदा ली।
‘तुझसे है राब्ता’ अपनी दिलचस्प कहानी और कल्याणी (रीम शेख) एवं मल्हार (सेहबान अज़ीम) की स्वाभाविक परफॉर्मेंस के साथ दर्शकों का चहेता शो बन गया है। इस शो ने भी एक चौंकाने वाले मोड़ पर 5 साल का लीप लिया, जहां मल्हार कल्याणी पर गोली चलाते नजर आए। इसके बाद मल्हार निराशा की गर्त में डूब गए। उसे डिमोट करके सब-इंस्पेक्टर बना दिया गया और वो अपनी बर्बादी के रास्ते पर आगे बढ़ने लगा। जब यह लगने लगता है कि मल्हार अपनी बर्बादी की राह पर बहुत आगे निकल चुका है, तभी कल्याणी एक बिल्कुल नए अवतार में वापस आती है, जिससे मल्हार की दुनिया ही बदल जाती है।
इश्क सुभान अल्लाह में पुरानी ज़ारा की वापसी
लॉकडाउन के बाद दर्शकों को उनके पसंदीदा किरदारों से मिलते हुए ज़ी टीवी के ‘इश्क सुभान अल्लाह’ में भी ओरिजिनल ज़ारा सिद्दीकी यानी ईशा सिंह की वापसी हुई। ईशा सिंह ने एक म्यूज़िक हीलर के रूप में जोरदार वापसी की, जो संगीत की असाधारण शक्तियों में यकीन रखती है और मानती हैं कि संगीत से निराश से निराश लोगों का इलाज किया जा सकता है। दूसरी ओर, कबीर अपने धर्म को लेकर अपनी समझ के अनुसार संगीत को हराम मानता है और ऐसे में ज़ारा रूढ़िवादी सोच को चुनौती देने लौट आई।
अपनी पसंदीदा जोड़ियों से फिर मिले दर्शक (कुमकुम भाग्य और कुंडली भाग्य)
जहां ज़ी टीवी ने दर्शकों को उनके पसंदीदा किरदारों के सफर से जोड़ा वहीं उन्होंने दर्शकों की पसंदीदा जोड़ियों को भी 7 लाया। कुंडली भाग्य में करण (धीरज धूपर) और प्रीता (श्रद्धा आर्य) की जिंदगी में बहुत-से उतार-चढ़ाव देखने को मिले, जहां माहिरा करण से शादी करने की कोशिश करती रही। हालांकि इस ड्रामा के अंत में करण और प्रीता फिर एक हो गए और दर्शकों को एक बार फिर अपनी पसंदीदा जोड़ी को साथ देखने का मौका मिला। उधर कुमकुम भाग्य में भी प्रज्ञा (सृति झा), अभि (शबीर अहलूवालिया) के घर लौट आई, जहां अभि के घर में प्रज्ञा का बहू जैसा स्वागत किया गया।
नए साल का धमाकेदार समापन
ज़ी टीवी ने जहां नए और मौजूदा शोज़ के साथ साल भर दर्शकों का मनोरंजन किया, वहीं इस चैनल ने अपने दर्शकों को साल के अंत में सबसे बड़ा कार्यक्रम दिया।
ज़ी रिश्ते अवॉर्ड्स 2020
दिन रात मेहनत करके आपको आपके पसंदीदा प्राइमटाइम शोज़ देने वाले उन असंख्य एक्टर्स, डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स, क्रिएटिव टीम्स, टेक्नीशियन के योगदान को सम्मानित करते हुए ज़ी रिश्ते अवॉर्ड्स ने साल 2020 पर पर्दा गिराते हुए दर्शकों को एक यादगार शाम से रूबरू कराया। इस खास कार्यक्रम में ज़ी टीवी के प्राइमटाइम शोज़ के पॉपुलर चेहरों ने मिलकर जश्न मनाया। इन एक्टर्स ने शानदार परफॉर्मेंस प्रस्तुत करते हुए अपने एक्ट्स के जरिए दर्शकों को उन त्यौहारों का एहसास भी कराया, जिनकी कमी उन्हें इस साल महसूस हुई। सृति और शबीर की दिवाली दिलों की परफॉर्मेंस से लेकर राजवीर-प्रतिभा, मुग्धा-कृष्णा और जूही-शक्ति की रोमांटिक परफॉर्मेंस और सुशांत सिंह राजपूत को स्पेशल ट्रिब्यूट देते हुए अंकिता लोखंडे के डिवाइन एक्ट तक, ज़ी कुटुंब ने यह सुनिश्चित किया कि सभी लोग साथ आएं और दिल खोलकर जश्न मनाएं।
2021 के साथ नए कल का स्वागत
इंडियन प्रो म्यूज़िक लीग
ज़ी टीवी पर जल्द शुरू हो रहा है इंडियन प्रो म्यूज़िक लीग (आईएमपीएल) जिसमें 6 टीमें होंगी, जिनका प्रतिनिधित्व और समर्थन करेंगे श्रद्धा कपूर के साथ शक्ति कपूर और सिद्धांत कपूर, गोविंदा एवं उनकी पत्नी सुनीता, राजकुमार राव, बॉबी देओल, सुरेश रैना और रितेश देशमुख। ये टीमें देश के अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगी, जिनका इस म्यूज़िकल चैंपियनशिप में एक दूसरे से मुकाबला होगा। कप्तानों के रूप में प्रत्येक टीम में दो सेलिब्रिटी प्लेबैक सिंगर्स होंगे, जिनमें एक मेल और एक फीमेल सिंगर शामिल होगी। इन कप्तानों में मीका सिंह, साजिद खान, शान, अंकित तिवारी, नेहा भसीन, आकृति कक्कर, जावेद अली, शिल्पा राव, असीस कौर और भूमि त्रिवेदी जैसे जाने-माने सिंगर्स शामिल हैं। इसके अलावा हर टीम में हेमंत बृजवासी, सलमान अली, ज्योतिका तांगरी जैसे रियलिटी स्टार्स भी होंगे। टैलेंट के इस पूल में इजाफा करते हुए इन टीमों में देश के अलग-अलग क्षेत्रों से 6 ताजगी भरी आवाज़ें भी शामिल की जाएंगी, जिन्हें इस लीग का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा। 2021 की शुरुआत में लॉन्च होने जा रहे इंडियन प्रो म्यूज़िक लीग को दो टॉप एंकर्स होस्ट करेंगे।
तेरी मेरी एक जिंदड़ी
अमृतसर की पृष्ठभूमि पर आधारित तेरी मेरी एक जिंदड़ी दो युवा प्रेमियों की कहानी है जिसमें माही (अमरदीप सिद्धू) और जोगी (अधविक महाजन) अपने अलग-अलग व्यक्तित्व के बावजूद प्यार की एक ही राह पर चल पड़ते हैं। जहां माही एक पढ़ी-लिखी और महत्वाकांक्षी मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की है, वहीं जोगी एक सीधा-सादा, बेपरवाह और जमीन से जुड़ा लड़का है, जो निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में पला-बढ़ा है। दोनों की पृष्ठभूमि एक दूसरे-से बिल्कुल अलग है और जिंदगी को लेकर दोनों का नजरिया भी जुदा है। लेकिन एक चीज दोनों को बांधे रखती है और वो है एक दूसरे के प्रति सम्मान और प्यार। यह शो 2021 की शुरुआत में लॉन्च होगा।
***