जिंक, सल्फर,कैल्शियम, और आयरन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं ऑलिव ऑयल में
ऑलिव ऑयल शरीर के लिए एक काफी फायदेमंद तेल है. सही मात्रा में ऑलिव ऑयल के प्रयोग से स्वास्थ्य से संबंधित हर तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं. यही नहीं, यह बच्चों की सेहत के लिए भी बहुत अच्छा ऑयल साबित होता है.
इस तेल में जिंक, सल्फर और विटामिन बी, कैल्शियम,विटामिन-K, आयरन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं जो बच्चों को पूर्ण पोषण देने में कारगर हैं. यहां आपको बताते हैं कि किस तरह से ऑलिव ऑयल आपके बच्चे की सेहत के लिए कई मामले में अच्छा है.
1.कब्ज की समस्या
अगर आपका बच्चा कब्ज से परेशान रहता है तो उसके भोजन में सीमित मात्रा में जैतून का तेल प्रयोग करें. इस बात का ध्यान रखें कि जैतून का तेल वर्जिन हो, इसमें किसी तरह की मिलावट ना हो. दरअसल जैतून का तेल एक लैक्सेटिव की तरह शरीर के अंदर काम करता है जो कब्ज को ठीक करने में हेल्प करता है. इसे आप भोजन के अलावा पानी, जूस या दूध में डालकर भी पिला सकती हैं. नियमित सेवन से बच्चे की कब्ज की समस्या खत्म हो जाएगी.
2.पेट दर्द से छुटकारा
जैतून का तेल कोलिक बेबी को आराम दिलाता है. पेट में दर्द होने पर जब शिशु बहुत रोता है तो उसे कोलिक पेन कहा जाता है. इससे राहत दिलाने के लिए जैतून के तेल को हल्का गर्म कर शिशु के पेट पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें. शिशु के पेट का गैस बाहर निकल जाएगा और बच्चा आराम महसूस करेगा.
3.वजन रखता है ठीक
आम तौर पर बच्चे के माता पिता इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि उनके बच्चे का वजन नहीं बढ़ता. ऐसे में आप वजन को बढ़ाने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं.
4.बालों के लिए ऑलिव ऑयल
वर्जिन ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो बच्चे के बालों और स्कैल्प को हेल्दी रखते हैं. जैतून का तेल बच्चों में डैंड्रफ की समस्या भी दूर करता है.
5.त्वचा के लिए फायदेमंद
ऑलिव ऑयल में मौजूद विटामिन बी, आयरन, जिंक और सल्फर बच्चों की त्वचा को कोमल और हेल्दी बनाते हैं. यही नहीं विंटर में स्किन ड्राइनेस से भी यह तेल बचाता है. इसके अलावा स्किन एलर्जी, खुजली आदि समस्या के लिए भी इस तेल का इस्तेमाल किया जाता है.
6.डायपर रैशेज करता है ठीक
अगर बच्चे को डायपर रैशेज हो गए हैं तो आप ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए एक बड़ा चम्मच पानी और दो बड़े चम्मच जैतून का तेल मिला लें. इसे बच्चे के रैश पर हल्के हाथों से लगाएं.