भारत-मालदीव रक्षा सहयोग वेबिनार और एक्सपो का आयोजन
भारत और मालदीव के बीच एक वेबिनार और एक्सपो का आयोजन किया गया। वेबिनार का विषय ‘संयुक्त भारत मालदीव उच्च स्तरीय रक्षा संपर्क’ था। इसका आयोजन रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) के माध्यम से किया गया था।
यह वेबिनार मित्र देशों के साथ रक्षा सहयोग और संपर्कों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जा रही ऐरो इंडिया 21 सीरीज़ ऑफ वेबिनार्स का अंग है।
दोनों पक्षों ने भारत और मालदीव के बीच घनिष्ठ, मैत्रीपूर्ण एवं बहुआयामी संबंधों के बारे में चर्चा की। अपर सचिव (डीपी) श्री संजय जाजू ने उल्लेख किया कि मालदीव में भारत कीबहुत महत्वपूर्ण स्थिति है और सरकार की ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत देश सुदृढ़, समृद्ध और शांतिपूर्ण मालदीव के लिए प्रतिबद्ध विकास साझेदार है।
श्री जाजू ने कहा कि सरकार की प्रमुख पहल ‘मेक इन इंडिया’के माध्यम से भारतीय व्यवस्था ‘आत्मनिर्भर भारत’के स्वपन को साकार करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रही है। आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम केवल अंतर्मुखीभर नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था तैयार करना है, जिसमें भारत वैश्विक व्यवस्था के साथ एकीकृत हो। यह घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक, विशेष तौर पर मालदीव सहित मित्र देशों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए किफायती एवं गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के निर्माण से संबंधित है।
वेबिनार के दौरान एमएनडीएफ ने अपनी आवश्यकताओं के बारे में एक विस्तृति प्रस्तुति पेश की और 11 भारतीय रक्षा कम्पनियों भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, माझगाव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल), महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड, एमकेयू लिमिटेड, एसएमपीपी, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड, ज़ेन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेडने अपनी क्षमताओं, प्रस्तुत किए जाने वाले उत्पादों और समाधानों को रेखाकिंत किया।
वेबिनार में मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स(एमएनडीएफ) के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल, मालदीव में भारत के उच्चायुक्त श्री सुंजय सुधीर और दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। वेबिनार में 375 से अधिक प्रतिभागियों ने भी भाग लिया और एक्सपो में 41 आभासी प्रदर्शनी मण्डप लगाए गए।