भारत में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेईन की एंट्री
यूके में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन की भारत में भी एंट्री हो गयी है. ब्रिटेन (Britain) से लौटने वाले 6 मरीज नये म्यूटेंट कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं. वायरस से संक्रमित इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है. साथ ही इनके संपर्क में आये करीबी लोगों को भी क्वोरेंटिन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच यूके (UK) से 33,000 लोग भारत आए थे, जिनमें से अबतक 114 संक्रमित पाये गये हैं. इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, तो छह में नया स्ट्रेन मिला. इनमें से तीन सैंपल NIMHANS, बेंगलुरु, 2 CCMB, हैदराबाद और 1 NIV, पुणे में मिला है. वहीं, दूसरे सैंपल की भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से भारत में वायरस के संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ गयी है.
– वायरस के न्यू स्ट्रेन की जानकारी मिलने के एक दिन बाद ही भारत ने ब्रिटेन आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगाने की घोषणा कर दी थी. जो 22 दिसंबर की रात 12 बजे से 31 दिसंबर की रात 12 बजे तक लागू किया गया है.
– स्वास्थ्य मंत्रालय ने नये वायरस को देखते हुए यूके से लौट रहे लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसिजर भी जारी किया था. इसके तहत एयरपोर्ट पर ही यूके से लौट रहे यात्रियों का RT-PCR टेस्ट हो रहा था.
गौर हो कि भारत में एंट्री से नये म्यूटेंट कोरोनवायरस वाले स्ट्रेन के केस अब तक डेनमार्क, नेदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देशों में सामने आ चुके हैं. बता दें कि यूके में सबसे पहले मिले इस वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन को ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है.
शोधकर्ताओं के हवाले से मीडिया में जारी रिपोर्ट की माने तो, न्यू स्ट्रेन के वायरल जेनेटिक लोड में कम से कम 17 बदलाव हुए हैं. ये न्यू स्ट्रेन पहली बार दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में सितंबर में पहली बार मिला था. इससे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 20 दिसंबर को घोषणा की थी कि ब्रिटेन में लंदन सहित कई इलाकों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है, जो पहले से ज्यादा संक्रामक है. पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन में इसका संक्रमण तेजी बढ़ने के बाद वहां के अधिकतर हिस्से में तुरंत लॉकडाउन लगा दिया गया.