राजस्थान की नई पर्यटन नीति ग्रामीण पर्यटन को बढ़ाएगी
(- मुकेश माधवानी) उदयपुर । राजस्थान की नई पर्यटन नीति ग्रामीण पर्यटन को बढ़ाएगी एवं लोगों को नया अनुभव करवाएगी । करीब 20 साल बाद राजस्थान की पर्यटन नीति में यह बदलाव काफी सराहनीय है और राजस्थान पर्यटन के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह बात बुधवार को अखिल राजस्थान फिल्म समिति के अध्यक्ष मुकेश माधवानी ने कही।
प्रदेश की नई पर्यटन नीति की प्रतिक्रिया में मुकेश माधवानी ने कहा कि राजस्थान में कृषि एवं टेक्सटाइल के बाद सबसे बड़ा राजस्व देने वाला माध्यम पर्यटन है, जिसकी भागीदारी 15 प्रतिशत है। ऐसे में पर्यटन नीति में बदलाव जरूरी भी था।
जिस प्रकार से नई पर्यटन नीति बनाई गई है उसके अनुसार ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना, इको टूरिज्म को बढ़ावा देना, और प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को नया अनुभव दिलवाना वाकई बहुत बड़ा कदम साबित होगा। इसके साथ ही हर जिले में एक गांव का चयन करना और आईकॉनिक मॉन्यूमेंट बनाना पर्यटन के नए आयाम स्थापित करेगा ।
अगर हम मेवाड़ की बात करें तो मेवाड़ में उदयपुर या कहे कि राजस्थान में भी उदयपुर पर्यटन का सबसे बड़ा माध्यम है। भारत में आने वाले पर्यटकों में से करीब 90% लोग उदयपुर जरूर आते हैं। ऐसे में राजस्थान की नए पर्यटन नीति में उदयपुर के पर्यटक स्थलों को बड़े स्तर पर विकसित करना एवं यहां पर नए पर्यटन केंद्र स्थापित करना सरकार की मुख्य योजना में शामिल होना चाहिए।
मैं एक बार फिर से पर्यटन विभाग का ध्यान उदयपुर में फिल्म सिटी के लिए आकर्षित करना चाहूंगा, क्योंकि प्रकृति ने उदयपुर को बहुत कुछ दिया है जिसकी बदौलत राजस्थान पर्यटन में उदयपुर का महत्वपूर्ण स्थान है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से ऐसी कोई भी वस्तु या केंद्र नहीं स्थापित हो सका है जोकि पर्यटन का सबसे बड़ा माध्यम बन सके। ऐसे में अगर उदयपुर में राज्य सरकार फिल्म सिटी घोषणा करती है तो राजस्थान के पर्यटन में बहुत बड़ा कदम होगा और उदयपुर आने वाले बड़ी संख्या में पर्यटकों को नया अनुभव मिल सकेगा।
सिनेमा एक ऐसा माध्यम है जिससे हर आयु वर्ग व प्रत्येक व्यक्ति जुड़ा हुआ है और उसकी लालसा भी रहती है कि फिल्म की शूटिंग देखें या ऐसे स्थान को देखें, जहां पर शूटिंग होती है।उदयपुर में फिल्म सिटी की स्थापना होने पर यहां पर बड़े स्तर पर फिल्म की शूटिंग शुरू होती है तो सरकार को फिल्म सिटी के माध्यम से भी बहुत बड़ा राजस्व प्राप्त हो सकेगा,साथ ही पर्यटकों के लिए भी नया अनुभव होगा। राजस्थानी फिल्मों को भी बढ़ाने का मौका होगा।