लखीमपुर हिंसा: राष्ट्रपति से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल मिलाः जय मिश्रा के इस्तीफे की मांग
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज बुधवार सुबह 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से मुलाकात कर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग की.
केंद्रीय मंत्री के बेटे पर 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों पर एसयूवी चलाने का आरोप है. कांग्रेस ने राष्ट्रपति से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ए.के. एंटनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, अधीर रंजन चौधरी और पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल के साथ मिलने का अनुरोध किया था. राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के ये नेता साथ रहें थे.
कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रपति से मिलने से पहले भेजे गये पत्र में कहा गया है, “उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार की चौंकाने वाली घटना ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी द्वारा दी गई खुली चेतावनी और इसके परिणामस्वरूप मंत्री और उनके परिवार के स्वामित्व वाली थार जीप से किसानों को कुचलना और भी दुखद है.
पत्र में आरोप लगाया गया है कि प्रत्यक्षदर्शी किसानों ने खुले तौर पर कहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे द्वारा चलाए जा रहे वाहन ने उन्हें कुचला था।हालांकि इस केस में गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा पिछले रविवार (3 अक्टूबर) को तिकुनिया में हुई हिंसा में किसानों को कथित रूप से कुचलने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
किसानों के मौत हो लेकर किसान संघटन भी आक्रामक हैं. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं किया गया तो किसान बड़ा आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा, “मंत्री और उनके बेटे को आगरा में अलग-अलग बैरक में रखा जाना चाहिए, लखीमपुर जेल में नहीं, क्योंकि वे हत्या के दोषी हैं।