सेना ने मध्य प्रदेश को दी 300 आक्सीजन बेड की मदद, जवानों ने पांच दिन में तैयार किया
सेना ने मध्य प्रदेश को 300 आक्सीजन सुविधा वाले बेड की मदद दी है। भोपाल के थ्री ईएमई सेंटर में 150 आइसोलेशन बेड वाला कोविड केयर सेंटर शुरू हो गया। इसमें मरीजों को जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की अनुशंसा पर बेड मिल सकेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में सेना के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में कोरोना प्रभावित मरीजों के लिए सेना के अस्पतालों में व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। सेना ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए भोपाल के अलावा बीना (100 बेड) एवं सागर (50 बेड) में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार किए हैं।
भोपाल के थ्री ईमई सेंटर में स्थित आर्मी अस्पताल (एमएच) के पास की बैरकों को आइसोलशन सेंटर में तब्दील किया गया है। सेना के जवानों ने पांच दिन में इसे तैयार किया है। वार्ड में मरीजों का दवाओं सहित सभी जरूरी सुविधाएं बेड पर मिलेंगी। सुदर्शन चक्र कोर के कर्नल राजेश कुमार ने कहा कि भोपाल में सेंटर शुरू हो गया है।
यहां आक्सीजन की व्यवस्था की जा चुकी है। पैरामेडिकल स्टाफ तैनात है। गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। उधर, यात्रियों की चहल-पहल से गुलजार रहने वाला भोपाल रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर छह फिलहाल लोगों के लिए बंद कर दिया गया है।
पर्दो से ढंककर इसका अन्य प्लेटफार्म से संपर्क पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। इस प्लेटफार्म पर कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए 20 आइसोलेशन कोच खड़े किए गए हैं। रविवार से इन कोचों में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाना था, हालांकि पहले दिन शाम तक कोई मरीज यहां भर्ती होने के लिए नहीं पहुंचा। गौरतलब है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी रेलवे के इस कार्य की ट्वीट कर सराहना की है।