होण्डा के एक्टिवा ब्राण्ड ने भारतीय 2 व्हीलर उद्योग में रचा नया इतिहास!
मात्र 20 सालों में 2.5 करोड़ उपभोक्ताओं को पार करने वाला पहला स्कूटर ब्राण्ड!
गुरूग्राम, 7जनवरी, 2021ः होण्डा 2व्हीलर्स इंडिया ने आज घोषणा की है कि भारत के नंबर 1 बिकने वाले स्कूटर ब्राण्ड ‘एक्टिवा’ ने अब नई उपलब्धि हासिल कर ली है क्योंकि यह भारतीय दोपहिया उद्योग के इतिहास में 2.5 करोड़ उपभोक्ताओं के आंकड़े को पार करने वाला एकमात्र स्कूटर ब्राण्ड बन गया है।
उल्लेखनीय है कि, 20 साल पहलेे जब भारत के स्कूटर बाज़ार में तेज़ी से गिरावट आ रही थी, होण्डा ने 2001 में अपने पहले दो पहिया वाहन- 102 सीसी एक्टिवा के साथ इस सेगमेन्ट में सोलो एंट्री की और उसके बाद इतिहास रच दिया! पिछले सालों के दौरान होण्डा के ब्राण्ड एक्टिवा ने अपने नए ठैटप् अवतार तक पहुंचने तक कई उल्लेखनीय उलपब्धियां हासिल की हैं।
2.5 करोड़ भारतीय परिवारों को पंख देने वाली और भारत को गति प्रदान करने वाली एक्टिवा की यात्रा
एक्टिवा के साथ भारत के जुड़ाव की कहानी हर पीढ़ी के साथ मजबूत होती चली गई। 2001 में अपनी शुरूआत के मात्र 3 सालों के अंदर एक्टिवा 2003-04 तक स्कूटर सेगमेन्ट में निर्विवादित लीडर बन गया। अगले 2 सालों में इसने 10 लाख उपभोक्ताओं का ऐतिहासिक आंकड़ा भी पार कर लिया।
टेकनोलाॅजी के क्षेत्र में लीडरशिप तथा निर्धारित समय से पहले विकास जारी रखते हुए, ब्राण्ड एक्टिवा 15 सालों के अंदर 2015 में शुरूआती 1 करोड़ उपभोक्ताओं के आंकड़े तक पहुंच गया। स्कूटर की लोकप्रियता बढ़ने के साथ, एक्टिवा ब्राण्ड ने भारत को गति प्रदान करना जारी रखा और भारतीय परिवारों की पहली पसंद बन गया। यह ब्राण्ड की लोकप्रियता ही है कि हाल ही में मात्र पांच सालों में 3 गुना गति के साथ इसके परिवार में 1.5 करोड़ उपभोक्ता शामिल हो गए।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर आभार व्यक्त करते हुए श्री अत्सुशी ओगाता, मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रेज़ीडेन्ट एवं सीईओ, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘2001 में अपने लाॅन्च के बाद से, फिर चाहे 100-110 सीसी इंजन हो या नया पावरफुल 125 सीसी इंजन, एक्टिवा परिवार की सफलता का रहस्य इसकी लीडरशिप में बरक़रार है।
20 सालों से एक्टिवा तकनीकी इनोवेशन में अग्रणी है और कभी कभी उद्योग जगत के नियमों से एक दशक आगे रहा है। होण्डा की पेटेंटेड टफ-अप ट्यूब हो या 2001 में क्लिक ;ब्स्पब्द्धमैकेनिज़्म, 2009 में होण्डा का काॅम्बी ब्रेक सिस्टम विद इक्वीलाइज़र, 2013 में 10 फीसदी ज़्यादा माइलेज देने वाली क्रान्तिकारी होण्डा ईको टेक्नोलाॅजी ;
भ्म्ज्द्धया मैच्से पावर्ड स्मार्ट भ्म्ज् च्ळड.थ्प इंजन और ठै.टप् दौर में दुनिया की पहली टम्बल-फ्लो टेक्नोलाॅजी; एक्टिवा ब्राण्ड की हर पीढ़ी लगातार विकसित होते हुए स्कूटर सेगमेन्ट में क्रान्तिकारी बदलाव लाती रही है और भारत को नई गति प्रदान करती रही है। हमें खुशी है कि दिग्गज ब्राण्ड एक्टिवा के प्रति भारत का प्यार हमेशा से अपने चरम पर है।’’
एक्टिवा ब्राण्ड की 2 दशक की यात्रा पर विचार व्यक्त करते हुए श्री यदविंदर सिंह गुलेरिया, डायरेक्टर- सेल्स एण्ड मार्केटिंग, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा,‘‘ऐसा बहुत कम होता है कि एक दोपहिया वाहन युटिलिटी की अवधारणा से कहीं आगे बढ़कर उपभोक्ताओं की भावनाओंके साथ जुड़ जाए और समाज का अभिन्न हिस्सा बन जाए, जैसा कि एक्टिवा ने कर दिखाया है।
इस अवधि में हमारे आस-पास बहुत कुछ बदला है, किंतु स्कूटर खरीदने की बात करें तो एक्टिवा भारतीय परिवारों की पहली पसंद बना रहा है। पीढ़ियां लगातार विकसित होती रहीं, छोटे बच्चे पिलियन राइडर बने और फिर पहली बार वाहन चलाने लगे, इसी तरह पहली बार दोपहिया वाहन चलाने वाली महिलाओं से लेकर दादा-दादी की पीढ़ी तक, हर कोई एक्टिवा से जुड़ा रहा है; होण्डा को गर्व है कि एक्टिवा ब्राण्ड इस महान देश को गति प्रदान करने में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है।
हमारे बहुत से उपभोक्ता हर पीढ़ी के साथ जुड़ी एक्टिवा की यादों को साझा करते हैं। धन्यवाद भारत! 2.5 करोड़ उपभोक्ताओं ने एक्टिवा को आपकी रोज़मर्रा की राईड का गोल्ड स्टैण्डर्ड बना दिया है।’’
उल्लेखनीय है कि इस विकास का श्रेयतकनीकी उन्नति को जाता है, जिसके चलते एक्टिवा दोपहिया उद्योग में अग्रणी स्कूटर बन गया है। 20 साल पहले आए एक्टिवा की हर पीढ़ी ने भारतीय राइडरों को समय से पहले आधुनिक विश्वस्तरीय तकनीकों के साथ जोड़ा है- फिर चाहे वह 2009 में कोम्बी-ब्रेक सिस्टम हो (नियमों से एक दशक पहले), 2013 में होण्डा ईको टेक्नोलाॅजी ;भ्म्ज्द्धया एन्हान्स्ड स्मार्ट पावर ;मैच्द्ध टेक्नोलाॅजी और 2020 में एक्टिवा 6 जी में 26 नए पेटेंट ऐप्लीकेशन्स।