પ્રધાનમંત્રીએ ભગવાન બિરસા મુંડાને તેમની જયંતિ નિમિત્તે શ્રદ્ધાંજલિ અર્પણ કરી
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भगवान बिरसा मुंडा जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। वे गरीबों के सच्चे मसीहा थे, जिन्होंने शोषित और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया। स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान और सामाजिक सद्भावना के लिए किए गए उनके प्रयास देशवासियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।’
भारतीय विरासत की अमूल्य धरोहरों में से एक महान स्वतंत्रता सेनानी और जन लोकनायक बिरसा मुंडा की आज पुण्यतिथि है। झारखंड स्थित छोटा नागपुर स्थित एक गांव में बिरसा मुंडा का जन्म 1875 के दशक हुआ था। मुंडा एक जनजातीय समूह था जो छोटा नागपुर पठार में निवास करते थे। वर्ष 1900 में अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ आदिवासियों को भड़काने के आरोप में बिरसा गिरफ्तार कर लिये गए। इस दौरान उन्हें 2 साल की सजा हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया था जिसके चलते 9 जून 1900 उनकी मौत हो गई।
पिता ने बिरसा मुंडा का दाखिला एक मिशनरी स्कूल में किया था जहां उन्हें ईसाइयत का पाठ पढ़ाया गया। कहा जाता है कि बिरसा ने कुछ ही दिनों में यह कहकर ‘साहेब साहेब एक टोपी है’ स्कूल से नाता तोड़ लिया। 1890 के आसपास बिरसा वैष्णव धर्म की ओर मुड गए। बिरसा तब एक नौजवान नेता के रूप में पहचाने गए जब 1 अक्टूबर 1894 उन्होंने सभी मुंडाओं को एकत्र कर अंग्रेजो से लगान माफ़ी के लिये आंदोलन छेड़ दिया।