3.77 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल के पानी का कनेक्शन दिया गया
ग्रामीण क्षेत्रों में 7 करोड़ से अधिक परिवार को निश्चित नल के पानी का कनेक्शन
कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के बावजूद पेयजल आपूर्ति कार्य से प्रतिदिन लगभग 1 लाख कनेक्शन देना जारी रहा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले के प्राचीर से जीवन में बदलाव लाने वाले जलजीवन मिशन (जेजेएम) की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के पानी का कनेक्शन देना है। जब मिशन की घोषणा की गई तब 18.93 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) नल के पानी का कनेक्शन था।
इस तरह 2024 तक लगभग 15.70 करोड़ परिवारों को नल के पानी का कनेक्शन देना था। इसके अतिरिक्त सभी वर्तमान जल सप्लाई प्रणालियों तथा नल के पानी कनेक्शनों के काम सुनिश्चित करने थे। इस कार्यक्रम से प्रत्यक्ष रूप से 19 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को लाभ मिला है और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
कोविड-19 महामारी तथा लॉकडाउन के बावजूद पेयजल की सप्लाई का काम जारी रहा। लॉकडाउन-1 का उपयोग योजना बनाने के लिए किया गया। इसमें राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कई दौर का विचार-विमर्श हुआ। जल सप्लाई आवश्यक सेवाओं में आती है और एहतियात के साथ जल सप्लाई का काम जारी रहा। प्रतिदिन 1 लाख कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
मिशन प्रारंभ होने के समय से जल जीवन मिशन के अंतर्गत 3.77 करोड़ से अधिक परिवारों को नल के पानी का कनेक्शन दिया गया यानी 7 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों (36.5 प्रतिशत) को अपने घरों में स्वच्छ जल मिलना शुरू हो गया है, एक तिहाई से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से पीने का पानी मिल रहा है।
52 जिलों, 670 ब्लॉक, 42,100 पंचायतों तथा 81,123 गांवों में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति अपने घरों में निश्चित रूप से नल के पानी की सप्लाई मिल रही है। गोवा 100 प्रतिशत नल के पानी का कनेक्शन देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। दूसरे स्थान पर तेलंगाना है। विभिन्न राज्य एक दूसरे से स्पर्धा कर रहे हैं और इस लक्ष्य पर फोकस कर रहे हैं कि देश में प्रत्येक परिवार को सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित हो सके।