देश भर में 7480 से अधिक जन औषधि केंद्र पर हेल्थ चेकअप
जन औषधि दिवस सप्ताह समारोह के दूसरे दिन जन औषधि परिचर्चा का आयोजन हुआ
जन औषधि दिवस के दूसरे दिन आज (2 मार्च, 2021) बीपीपीआई, जन औषधि मित्र और जन औषधि केंद्र मालिकों ने डॉक्टरों, अस्पतालों, क्लीनिकों और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर जनऔषधि परिषद की मेजबानी की।
इस परिचर्चा के दौरान डॉक्टरों और अन्य हितधारकों को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) की विशेषताओं और उद्देश्यों के बारे में बताया गया। उन्हें यह भी बताया गया कि बीपीपीआई विश्व स्वास्थ्य संगठन – गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज से प्रमाणित सप्लायरों से ही उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दवाएँ खरीदता है।
इसके अलावा, ड्रग के प्रत्येक बैच का परीक्षण ‘नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल)’ द्वारा मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में किया जाता है। गुणवत्ता परीक्षण पास करने के बाद ही दवाओं को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना केंद्रों में भेजा जाता है।
पीएमबीजेपी की कार्यान्वयन एजेंसी ब्यूरो ऑफ फार्मा पीएसयू ऑफ इंडिया (बीपीपीआई) 7 मार्च, 2021 को ‘सेवा भी, रोजगार भी’ के नारे के साथ तीसरा जन औषधि दिवस मना रही है। बीपीपीआई ने जन औषधि दिवस सप्ताह का आयोजन 1 मार्च से देश भर में हेल्थ चैकअप कैंप, जन औषधि परिचर्चा, टीच देम यंग और सुविधा से सम्मान आदि गतिविधियों का आयोजन करके किया है।
1 मार्च, 2021 को समारोह शुरू हुआ जिसमें जन औषधि केंद्र मालिकों ने हेल्थ चेक अप कैंप की मेजबानी की जिसमें ब्लड प्रेशर चेक-अप, शुगर लेवल चेक-अप, मुफ्त डॉक्टर परामर्श और मुफ्त दवा वितरण आदि 2000 से अधिक हेल्थ चेकअप कैंप आयोजित किए गए। देश भर में विभिन्न स्थानों का आयोजन किया गया।
देश भर में 7480 से अधिक जन औषधि केंद्र चालू हैं। आज तक देश के सभी जिलों में जनऔषधि केंद्र क्रियाशील हैं इसके अलावा पीएमबीजेपी के तहत दवाओं की कीमत शीर्ष तीन ब्रांडेड दवाओं के औसत मूल्य के कम से कम 50 प्रतिशत के सिद्धांत पर निर्धारित की जाती है। इसलिए जन औषधि दवाएं औसत बाजार मूल्य से 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक सस्ती है। पीएमबीजेपी ने गुणवत्ता वाली दवाओं की कीमतों में भारी गिरावट ला दी है और आबादी के बड़े हिस्से, खासकर गरीबों की पहुंच के भीतर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित की है।