यमुनोत्री धाम के हेमकुंछ में भारी बर्फबारी
उत्तराखंड में मौसम साफ बना हुआ है। हालांकि कई जगह सुबह की शुरुआत हल्के कोहरे के साथ हुई लेकिन दिन चढ़ने के साथ चटख धूप लिखी है। वहीं, चारधाम यात्रा मार्ग भी सुचारू है। शुक्रवार सुबह यमुनोत्री धाम जाने के लिए अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ी है।
चौकी इंचार्ज गंभीर तोमर ने बताया कि सुबह से अब तक 1200 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंच चुके हैं। वहीं, सुबह जोशीमठ और हेमकुंड साहिब में जबरदस्त बर्फबारी हुई। यहां दो फीट तक बर्फ जमी है।
मलारी हाईवे शुक्रवार को पांचवे दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया। यहां दो जगहों पर चट्टान टूटने से हाईवे पूरी तरह से ध्वस्त है। चट्टान से बड़े-बड़े बोल्डर हाईवे पर अटके हुए हैं, जिससे सीमांत क्षेत्र के गांवों के ग्रामीणों के साथ ही सेना के जवानों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तिब्बत (चीन) सीमा क्षेत्र के गांवों में पिछले चार दिनों से बिजली और संचार सेवा भी ठप है। 17 अक्तूबर की रात से क्षेत्र में भारी बारिश के बाद तमकनाला, भापकुंड और तपोवन से करीब दो किलोमीटर आगे हाईवे अवरुद्ध हो गया था। तीन दिनों से बीआरओ की टीम और मशीनें बदरीनाथ हाईवे को खोलने में जुटी हुई है। इस कारण मलारी हाईवे को अभी तक नहीं खोला जा सका है।
भलगांव के ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला का कहना है कि तपोवन से आगे कई जगहों पर मलारी हाईवे अवरुद्ध है। अब नीती घाटी के गांवों के ग्रामीणों को शीतकालीन प्रवास के लिए जिले के निचले क्षेत्रों में आना है। हाईवे नहीं खुला तो ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
चारधामों में दर्शन करने वाले यात्रियों का आंकड़ा दो लाख पार हो गया है। सबसे ज्यादा बाबा केदार के दर्शनों के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। कोरोना महामारी के कारण इस बार हाईकोर्ट के दिशानिर्देश पर 18 सितंबर को चारधाम यात्रा शुरू हुई है।
35 दिनों के भीतर केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में 2.12 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं। जिसमें सबसे अधिक दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या केदारनाथ धाम में रही। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुताबिक चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थ यात्रियों में भारी उत्साह है। बृहस्पतिवार को केदारनाथ धाम में 10750, बदरीनाथ में 1785, गंगोत्री में 1150 और यमुनोत्री धाम में 2631 यात्रियों ने दर्शन किए थे।