स्पाइसजेट ने कोविड-19के खिलाफ अपनी लड़ाई में देसी तकनीक से विकसित, नॉन-इंवेसिव, पोर्टेबल वेंटिलेटर किया लांच
स्पाइसऑक्सी: ‘मेड इन इंडिया’, घर, आइसोलेशन सेंटर, एंबुलेंस और अस्पतालों में उपयोग के लिए सुविधाजनक और कॉम्पैक्ट बीपीएपी (BPAP)वेंटिलेटर
गुरुग्राम, देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान स्पाइसजेट ने एक प्रमुख भूमिका निभाई। इसने यह सुनिश्चित किया कि देश की आपूर्ति श्रृंखला बरकरार रहे और महत्वपूर्ण और चिकित्सा आपूर्ति का परिवहन बाधित न हो। इसके बाद, एक बार फिर स्पाइसजेट ने कोविड19 की लड़ाई में अपने नवीनतम नवाचार के साथ वापसी की है।
स्पाइसजेट ने आज स्पाइसऑक्सी के लॉन्च की घोषणा की।यह एक कॉम्पैक्ट, पोर्टेबल, नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन डिवाइस है, जो सांस की हल्के या मध्यम स्तर की समस्या वाले रोगियों के लिए एक प्रभावी समाधान है।इसके अतिरिक्त, स्पाइसजेट ने फिंगरटिप पल्स ऑक्सीमीटर भी पेश किया है।यह एक ऐसा आसान उपकरण है जो लोगों के शरीर में ऑक्सीजन स्तर को मापना आसान बनाता है।
‘मेड इन इंडिया’ स्पाइसऑक्सी स्पाइसजेट की सहायक कंपनी स्पाइसजेट टेक्निक के इंजीनियरों की एक समर्पित टीम द्वारा इनोवेशन लैब में डिजाइन किया गया है। स्पाइसऑक्सी को अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी टीयूवी द्वारा प्रमाणित किया गया है और इसने आईएसओ 80601-2-80: 2018 (एक्सक्लुसिवली चिकित्सा उपकरणों के लिए), आईईसी 60601-1: 2005 और आईईसी 61000 सर्टिफिकेशन भी प्राप्त किया है।
स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, “स्पाइसजेट के लिए आज एक बड़ा दिन है क्योंकि हम आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की अपनी यात्रा में एक बहुत ही मजबूत कदम आगे बढा चुके है।मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि स्पाइसऑक्सी और पल्स ऑक्सीमीटर, जिसे हम आज लॉन्च कर रहे हैं, ‘मेड इन इंडिया’ है। इसे हमारे इंजीनियरों की प्रतिभाशाली टीम द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है।मुझे यकीन है कि यह नॉन-इनवेसिव, पोर्टेबल वेंटिलेटर सांस लेने की समस्याओं और अन्य पुरानी समस्याओं वाले रोगियों को बहुत मदद करेंगे और आसानी से घर पर उपयोग किए जा सकते हैं। इसे यात्रा के दौरान भी आसानी से ले जाया जा सकता है। स्पाइसजेट चुनौतियों का समाधान करने के लिए नवाचार को बढ़ावा देता रहेगा।”
“कोविड-19 महामारी ने स्पाइसजेट को हमारे साथी नागरिकों की सेवा करने का एक अवसर दिया है, वह भी तब जब अधिकांश लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।देश भर में बंद के दौरान एक भी दिन ऐसा नहीं था जब स्पाइसजेट के विमानों ने उड़ान नहीं भरी हो।हमने एक लाख से अधिक भारतीयों को देश औरदुनिया के सभी कोनों से ला कर उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया और फूड,दवा और चिकित्सा उपकरणों को जगह-जगह पहुंचाया।”
स्पाइसऑक्सी का उद्देश्य ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) या रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स से जूझ रह वयस्क और बाल रोगियों के इलाज के लिए नॉन-इनवेसिव वेंटिलेटर समर्थन प्रदान करना है।चूंकि यह उपकरण टरबाइन आधारित और हल्के वजन का है, इसलिए घर पर इसका उपयोग भी बहुत आसान हो जाता है। इसके अलावा, एंबुलेंस, सेना के बेस कैंप, अस्पतालों, पहाड़ी इलाकों, व्हीलचेयर और गर्नीज जैसे पोर्टेबल एप्लीकेशन पर भी आसानी से इसकाउपयोगकिया जा सकता है।
डिवाइस को रोगियों में प्रभावी ढंग से ऑक्सीजन स्तर को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और हल्के से मध्यम श्वास लक्षणों के साथ कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन सैचुरेशन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मदद दे सकता है।
लागत प्रभावी, कॉम्पैक्ट और आसानी से उपयोग होने के अलावा, स्पाइसऑक्सी का पर्दर्शन बहुत अच्छा है।यह अच्छी बैटरी बैक-अप के साथ न्यूनतम रखरखाव की मांग करता है।यह श्वसन बीमारियों से ग्रसित रोगियों की विभिन्न तरीके से सहायता करता है।इसमें एरोसोलिजेशन के माध्यम से वायरस प्रसार को रोकने के लिए एक अद्वितीय फिल्टरेशन सर्किट भी है। स्पाइसऑक्सी पेशेंट सर्किट के माध्यम से प्रेशराइज्ड एयर आपूर्ति करके रोगी की सांस बढ़ाने में बेहद प्रभावी है।यह पेशेंट सर्किट में एयरफ्लो की निगरानी करके रोगी के सांस लेने के व्यवहार को महसूस करता है और सांस लेने और सांस छोड़ने में सहायता करने के लिए अपने आउटपुट को समायोजित करता है।इस थेरेपी को बाई-लेवल वेंटिलेशन के रूप में जाना जाता है।
स्पाइसऑक्सी क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, ओबेसिटी हाइपोवेंटिलेशन, रेस्पिरेटरी फेल्योर के साथ निमोनिया, अस्थमा, पोस्ट-सर्जिकल रेस्पिरेटरी फेल्योर और सांस को प्रभावित करने वाले अन्य न्यूरोलॉजिकल रोगों से जूझ रहे रोगियों की मदद कर सकता है।
स्पाइसजेट की ई-कॉमर्स वेबसाइट, www.spicestyle.com पर यह हाई परफॉर्मेंस और अफोर्डॆबल डिवाइस ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है।
15 वर्षों में, स्पाइसजेट स्मार्ट और अभिनव सोच के साथ विमानन उद्योग को पुनर्परिभाषित करने में सक्षम हुआ है।भारत की पहली बायो जेट ईंधन से चलने वाली फ्लाइट का संचालन, एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रॉनिक कोच लांच और ‘मेडइनइंडिया’बेस्ड मोबाइल वाई-फाई डिवाइस के आधार पर इनफ्लाइट मनोरंजन पेश करके इसने मिसाल कायम किया है।राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान, स्पाइसजेट ने चिकित्सा सुनिश्चित की और आवश्यक आपूर्ति समय पर अपने गंतव्य तक पहुंची।ताजा कृषि उपज की आपूर्ति श्रृंखला की निरंतरता बनाए रखने में किसानों की मदद करना और अन्य पहल की मेजबानी करने के लिए इसने हर बार एक शानदार उदाहरण पेश किया। आज स्पाइसजेट बेंचमार्क स्थापित करने में उद्योग का नेतृत्व कर रहा है।देश को गतिमान रखने के अपने प्रयास में, एयरलाइन ने 25 मार्च 2020 के बाद से 6,254 से अधिक कार्गो उड़ानों के जरिए 34,182 टन से अधिक कार्गो के लिए उड़ान भरी।