Western Times News

Gujarati News

नेशनल स्पोर्ट्स डे पर BoB  की ब्रांड एंडोर्सर पीवी सिंधु ने किया अपने जीवन से जुड़े लम्हों को साझा

मुंबई, फुर्तीले ड्रॉप शोट्स, रोमांचक रैलीज, स्मैश… भारत की बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु ने बैंक ऑफ बड़ौदा की मेजबानी में नेशनल स्पोर्ट्स डे पर होस्ट किए गए इंस्टाग्राम लाइव इवेंट में प्रशंसकों के साथ बातचीत करते हुए अपने खेल की तरह जीवन के सबक भी पेश किए।

भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक बैंक आॅफ बड़ौदा की ओर से रुैउंेीप्जॅपजीैपदकीन नामक इस इवेंट का आयोजन किया, जिसमें ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट ने देश के युवाओं को अपने जुनून का पीछा करने के साथ खेलों के महत्व को समझने के लिए प्रेरित किया। लाइव सैशन में एक वक्त ऐसा भी आया जब लगभग 1500 यूजर्स ने सिंधु के साथ सपअम ।ड। ;।ेा डम ।दलजीपदहद्ध सत्र में भाग लिया।

लॉकडाउन में जिंदगी, अपने पसंदीदा एंटरटेनमेंट से लेकर अपनी प्रेरणा तक, पीवी सिंधु ने अपने जाने-पहचाने मजाकिया अंदाज के साथ प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दिया। उनके प्रशंसकों ने उन पर खूब प्यार जताया वहीं कुछ दिलचस्प सवाल भी हुए। शुरुआत में ही एक दर्शक ने उससे पूछा ‘आप खिलाड़ी नहीं होती तो क्या होती?’ बिना पलक झपकाए सिंधु ने जवाब दिया कि एक बच्चे के रूप में वह एक डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन अब उन्हें लगता है कि उनके लिए बैडमिंटन ही बेहतर है।

अपनी प्रेरणा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके पिता खुद एक प्रसिद्ध खिलाड़ी रहे हैं। वह, उन्हें खेलते हुए देखना पसंद करती थी, ‘जब मैंने बैडमिंटन संभाला तो पिताजी ने मुझे खेल खेलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कभी भी मेरी पसंद पर सवाल नहीं उठाया।’ आॅडियंस, लॉकडाउन के दौरान उनकी जिंदगी के बारे में भी जानने को उत्सुक थे। सिंधु के अनुसार, उन्होंने परिवार के साथ अधिक समय बिताया और उन शौक पर ध्यान दिया, जिन्हें समय की कमी के चलते पूरा नहीं कर पा रही थी। जब उनसे पूछा गया कि वे अपने लॉकडाउन प्रशिक्षण के लिए किन घरेलू सामानों का उपयोग करती हैं, तो उन्होंने कहा, ‘मैं वजन उठाने के लिए 2-लीटर पानी की बोतलों का उपयोग करती हूं।’ महामारी ने हम सभी को प्रभावित किया है और सिंधु के अनुसार, खिलाड़ियों को भविष्य में बिना दर्शकों के मैचों की आदत डालनी होगी।

इस पहल के पीछे के विचार के बारे में, बैंक आॅफ बड़ौदा के डिप्टी जनरल मैनेजर राकेश शर्मा-हेड, मार्केटिंग एंड ब्रांडिंग हेड ने कहा, ‘भारत युवा आबादी का देश है और वे हमारा भविष्य हैं। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों, उद्यमियों, इंजीनियरों और वकीलों में से कुछ के साथ भारत उभरते हुए खिलाड़ियो ंका घर भी हैं। पीवी सिंधु जैसी चैंपियंस ने अपनी अदम्य भावना और विलक्षण प्रतिभा से भारत को दुनिया के नक्शे पर ला खड़ा किया है। आज का सैशन, पीवी सिंधु की ‘कभी हार न मानने’ की भावना को आॅडियंस तक पहुंचाते हुए उन्हें सिंधु जैसे मुकाम तक पहुंचने में प्रेरित करने के लिए था।’ उन्होंने आगे कहा कि ’एक संस्था के रूप में, बैंक ऑफ बड़ौदा हमेशा खेलों की पक्की समर्थक रही है और खिलाड़ियों को उनके सपनों को साकार करने में मदद करती है। हम भविष्य में भी ऐसा ही करते रहेंगे। साक्षात्कार में, सिंधु ने उल्लेख किया कि वह बैंक ऑफ बड़ौदा की त्वरित सेवाओं और मैत्रीपूर्ण कर्मचारियों की सराहना करती है। बैंक लगातार चार साल से उनके साथ है और आगे भी बना रहेगा।‘‘

बैडमिंटन और खेलों से परे पीवी सिंधु ने एक स्पोर्ट्स पर्सन के जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को भी छुआ जैसे कि भविष्य के लिए वित्त का प्रबंधन और निवेश। उन्होंने कहा, ‘हर किसी को अपने करियर के रास्तों के बारे में सावधान रहना होगा और यह जानना होगा कि जीवन एक दीर्घकालिक निवेश है। इसलिए सबसे अच्छी बात यह है कि उसके अनुसार योजना बनाएं और निवेश करते रहें।’ वे म्यूचुअल फंड डिपाॅजिट को प्राथमिकता देती हैं लेकिन उसका निवेश पोर्टफोलियो विविध है। उन्होंने एसआईपी रूट और फिक्स्ड डिपॉजिट के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश किया है। उनके अनुसार, बचत महत्वपूर्ण है। वास्तव में, सिंधु ने अपना पहला बड़ा पे-चेक सीधे अपने बैंक में जमा किया। लंबी अवधि के लिए उसका पीपीएफ खाता भी है। शुरुआत करने के लिए उन्होंने अपने प्रशंसकों से बैंक आॅफ बड़ौदा के एमकनेक्ट ऐप को डाउनलोड करने की सिफारिश की। जहां तक बात अमीर होने की है सिंधु को अपनी सफलता पर गर्व है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी कोई खास विश-लिस्ट नहीं थी क्योंकि उन्होंने अपेन पैरेंट्स से जो भी मांगा, वह उन्हें मिला। अपनी सफलता और धन को अपने सिर पर चढ़ने का मौका देने की बजाय वे अपने पांव जमीन पर रखना पसंद करती हैं।

वित्तीय सुरक्षा के अलावा, पीवी सिंधु ने महामारी के दौरान सुरक्षित रहने के महत्व के बारे में भी बताया। उसने बताया कि कैसे वह अपने सभी बैंकिंग करने के लिए केवल डिजिटल प्लेटफॉर्म और संपर्क रहित तकनीकों का उपयोग करती है। सिंधु जैसे ग्राहकों के लिए, जो काॅन्टैक्टलैस बैंकिंग पसंद करते हैं, बैंक ऑफ बड़ौदा ने पिछले महीने ‘इंस्टा क्लिक सेविंग बैंक अकाउंट’ लॉन्च किया, जो 100 फीसदी पेपरलेस डिजिटल सेल्फ-असिस्टेड ऑनलाइन बचत खाता है। यह उपभोक्ताओं को अपने घरों से पूरी सुरक्षा के साथ डिजिटल केवाईसी, आधार-आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण के साथ बचत खाता खोलने में मदद करता है जो वास्तविक समय में सक्रिय होता है।

लाइव इंटरेक्शन में एक दिलचस्प क्षण तब आया जब अचानक सिंधु अपने फोन में तल्लीन हो गईं। वासतव में, खेल पत्रकार और संगीतकार जतिन सप्रू ने जानना चाहा कि आखिर क्या सिंधु को व्यस्त रखता है। ऐसे में सिंधु तुरंत बड़ौदा एमकनेक्ट प्लस ऐप का उपयोग करके एक त्वरित ऑनलाइन लेनदेन करने लगी। जाहिर है, विजेता अपने वित्त का प्रबंधन करने और भुगतान करने के लिए बड़ौदा कनेक्ट, बड़ौदा एम-कनेक्ट प्लस और बीएचआइएम बड़ौदा पे जैसे ऐप का उपयोग करती हैं।

पीवी सिंधु ने बैडमिंटन, खेल, वित्त, बैंकिंग और जीवन पर सोशल मीडिया यूजर्स की ओर से आए कई अच्छे सवालों के जवाब दिए। उन्होंने अपने प्रशंसकों को कुछ शानदार सलाह दी, खेली में शुरूआत करने वाले बच्चों से कहा, ‘कभी उम्मीद मत खोना।’ जो लोग जानना चाहते थे कि वह तनाव का प्रबंधन कैसे करती है, उनसे कहा, ‘जब मैं बैडमिंटन कोर्ट में होती हूं तो मैं सिर्फ खुद से अपनी उम्मीदों के बारे में सोचती हूं, यह नहीं कि लोगों की अपेक्षाएं क्या हैं।’
जहां उनके सभी प्रशंसकों ने बहुत अच्छे सवाल पूछे, सबसे अच्छा और सबसे रचनात्मक सवाल पूछने वाले यूजर्स ने स्पोर्ट्स स्टार द्वारा हस्ताक्षरित बैंक-मर्चेंडाइज से एक विशेष पुरस्कार जीता।


Read News In Hindi

Read News in English

Copyright © All rights reserved. | Developed by Aneri Developers.