श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने भारत में L&T के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस के साथ अपने लो वोल्टेज एंड इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन बिजनेस को जोड़ने के लिए ट्रांजेक्शन पूरा किया
श्नाइडर इलेक्ट्रिक के लिए भारत राजस्व की दृष्टि से तीसरा सबसे बड़ा देश बनेगा
- मेक इन इंडिया: श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने भारत और नई अर्थव्यवस्थाओं के लिए लो वोल्टेज और इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन प्रोडक्ट्स हेतु श्नाइडर इंडिया का नवाचार एवं निर्माण केंद्र बनने की वचनबद्धता दोहराई
- अनिल चौधरी, कंबाइंड बिजनेस/श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त
भारत में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने के कंपनी के लक्ष्य के अनुरूप, ऊर्जा प्रबंधन एवं स्वचालन के डिजिटल रूपांतरण में दुनिया में अग्रणी, श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने पूर्व में वर्ष 2018 में की गई घोषणा के बाद आज लार्सेन एंड टुब्रो के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस और श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के लो वोल्टेज एंड इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन प्रोडक्ट बिजनेस के बीच सफलतापूर्वक ट्रांजेक्शन पूरा कर लिये जाने की घोषणा की।
संयुक्त व्यवसाय – श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (“एसईआईपीएल”) में श्नाइडर इलेक्ट्रिक की 65% हिस्सेदारी है, और शेष हिस्सेदारी, वैश्विक निवेश कंपनी, टैमासेक की है। एसईआईपीएल ने श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के वर्तमान जोन प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक, अनिल चौधरी को एसईआईपीएल के सीईओ और जोन प्रेसिडेंट इंडिया के रूप में नियुक्त किये जाने की भी घोषणा की। एसईआईपीएल के परिचालन की शुरुआत के पहले दिन ही दिन भर वर्चुअल ‘स्वागत’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा|
एसईआईपीएल में एल एंड टी के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस के करीब 5,000 कर्मचारी और श्नाइडर इलेक्ट्रिक के 2,000 से अधिक कर्मचारी शामिल होंगे। एल एंड टी के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस में इसके विदेशी बाजार भी शामिल हैं जैसे कि मध्य-पूर्व और अफ्रीका, इंडोनेशिया और मलेशिया।
भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर भारत की सरकार की सोच का समर्थन करने के मिशन के साथ, एसईआईपीएल अखिल भारतीय भौगोलिक पहुंच के साथ उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला और तकनीकी रूप से बेहतर समाधान प्रदान करेगा। एसईआईपीएल अपने दो अलग पोर्टफोलियो ब्रांड्स, एल एंड टी के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस और श्नाइडर इलेक्ट्रिक, तथा अलग सेल्स टीम्स एवं पार्टनर नेटवर्क्स के साथ बाजार में आएगा।
श्नाइडर इलेक्ट्रिक के चेयरमैन और सीईओ, जेन-पास्कल ट्राइकॉयर ने कहा, “श्नाइडर इलेक्ट्रिक और एल एंड टी के इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस का एक साथ आना ऐसी दो महान टीमों को साथ आना है, जो बेहद प्रोफेशनल और ऊर्जा प्रबंधन एवं ऑटोमेशन के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं, और जिनमें तकनीक, नवाचार, गुणवत्ता, सुरक्षा, टिकाउपन व सामाजिक जिम्मेवारी के प्रति जुनून है।
विलय करके बनाई गई यह नई कंपनी भारत की प्राथमिकताओं को पूरा करेगी: भारत और बाकी दुनिया के लिए मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, सस्टेनेबल एनर्जी, स्मार्ट सिटीज और इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर सेल्फ-रिलायंस, ताकि हमारे ग्राहकों व शेयरधारकों, कर्मचारियों, सहयोगियों, आपूर्तिकर्ताओं और उस समाज जिसमें कंपनी परिचालन करती है कि लिए भारी मूल्य लाया जा सके। हमें टेमासेक के साथ साझेदारी करने पर गर्व है, जो भारत के अपने गहन ज्ञान और कंपनी के निर्यात को विकसित करने में मदद करने के लिए उनके कोचिंग के साथ आते हैं।
यह प्रमुख रणनीतिक कदम भारत में श्नाइडर इलेक्ट्रिक को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा व्यवसाय, और वैश्विक शोध एवं विकास व वैश्विक निर्माण हेतु श्नाइडर के चार प्रमुख वैश्विक केंद्रों में से एक बना देगा। हम अपने भारतीय कारखानों से अपने पहले से ही महत्वपूर्ण निर्यात को भी बढ़ाते रहेंगे। अनिल चौधरी अपने सीईओ के रूप में नई इकाई का नेतृत्व करेंगे और डिजिटलीकरण और विद्युतीकरण में अपनी गहरी विशेषज्ञता के साथ-साथ दक्षता और स्थिरता के लिए डिजिटल समाधान के लिए अपने जुनून को लाएंगे”।