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दिव्यांगजनों में सहायता उपकरणों के लिए वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए ADIP शिविर का उद्घाटन

अगले तीन दिनों में 1,035 लाभार्थियों को 1,740 सहायता उपकरण और मददगार चीजें दी जाएंगी

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत ने दिव्यांगजनों में सहायता उपकरणों और मददगार चीजों के नि:शुल्क वितरण के लिए वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए उत्तर मुंबई में एक एडीआईपी शिविर का उद्घाटन किया। श्री गोपाल शेट्टी, सांसद, उत्तरी मुंबई लोकसभा क्षेत्र ने समारोह की अध्यक्षता की।  विर का आयोजन उत्तरी मुंबई के कांदिवली (डब्ल्यू) पोइन्सुर जिमखाना में कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सभी निवारक उपायों का पालन करते हुए किया गया था।

श्री गहलोत ने इस अवसर पर अपने संबोधन में पोइन्सुर जिमखाना में मौजूद सभी दिव्यांगजनों एवं अन्य लोगों को और साथ ही वर्चुअल प्लेटफॉर्म एंव ऑनलाइन वेबकास्ट के जरिए समारोह में हिस्सा लेने वाले लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने दिव्यांगजनों के संबंध में सरकार की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों में, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने एडीआईपी योजना के तहत ऐसे 9,265 वितरण शिविर आयोजित किए हैं और 16.70 लाख दिव्यांगजन लाभार्थियों को इनसे मदद मिली है। उन्होंने आगे बताया कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए मंत्रालय ने सामाजिक दूरी और स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन करने वाली प्रचलित दशाओं के तहत वितरण शिविरों के लिए एक संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को मंजूरी दी है। उन्होंने अपने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना(एमपीलैड) निधि के जरिए, मोटर से चलने वाली 33 ट्राइसिकिल की व्यवस्था करने में योगदान देने के लिए उत्तरी मुंबई के सांसद श्री गोपाल शेट्टी का आभार जताया, ये ट्राइसिकिल उत्तर मुंबई के चिन्हित दिव्यांगजनों में वितरित की जाएंगी।

अपने संबोधन में, श्री गोपाल शेट्टी ने अपने संसदीय क्षेत्र में इस वितरण शिविर के आयोजन में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय से मिली सहायता के लिए श्री थावरचंद गहलोत को धन्यवाद दिया और देश भर के दृष्टिबाधित लोगों को पेंशन प्रदान करने के लिए प्रावधानों या एक योजना की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।

इस साल जनवरी और फरवरी के महीनों में उत्तर मुंबई के 06 स्थानों में कुल 1,035 लाभार्थियों की पहचान की गयी थी। अगले तीन दिनों में चरणबद्ध तरीके से शिविरों के जरिए लाभार्थियों में 87.96 लाख रुपए की कीमत की कुल 1,740 सहायता उपकरण और मददगार चीजें वितरित की जाएंगी। ये शिविर दहिसागर, कांदिवली (पश्चिम), कांदिवली (पूर्व), बोरिवली (पूर्व), बोरिवली (पश्चिम) और उत्तर मुंबई के पोइन्सुर जिमखाना में लगाए गए हैं।

शिविर का आयोजन आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (अलिमको), कानपुर ने किया था, जो सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तत्वाधान में काम कर रहा है। अलिमको ने यह आयोजन भारत सरकार की एडीआईपी योजना के तहत जिला प्रशासन, उत्तरी मुंबई से सहयोग से किया था। शिविर का आयोजन नई अनुमोदित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप किया गया।

शिविर में, 150 दिव्यांगजन के बीच विभिन्न श्रेणी के सहायता उपकरण और मददगार चीजें वितरित की जाएंगी जिनमें मोटर से चलने वाली 21 ट्राइसिकिल शामिल हैं। उत्तर मुंबई के शिविर में कुल 33 ट्राइसिकिलों का वितरण किया जाना है, जिसके लिए उत्तरी मुंबई लोकसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि श्री गोपाल शेट्टी के एमपीलैड निधि से 3,96000 रुपये की मदद मिली है। मोटर से चलने वाली एक ट्राइसिकिल की कीमत 37,000 रुपए है। पात्रता रखने वाले लाभार्थी को भारत सरकार की एडीआईपी योजना के तहत सब्सिडी के रूप में 25,000 रुपये मिलते हैं और बाकी 12,000 रुपए प्रति ट्राइसिकिल एमपीलैड निधि के जरिए वित्त पोषित किया जाता है।

शिविर में सहायता उपकरणों और मददगार चीजों के वितरण के दौरान कोविड-19 के किसी भी तरह के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत सुरक्षा और दूसरे जरूरी एहतियाती उपायों का कड़ा पालन सुनिश्चित किया गया। हर व्यक्ति के लिए तापमान की जांच, फेस मास्क, सैनिटाइजर, हैंड ग्लव्स और पेशेवरों के लिए पीपीई किट के इस्तेमाल की व्यवस्थाएं की गयीं।

वितरण की नये मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप शिविर स्थल और बार-बार छुई जाने वाली जगहों का सैनिटाइजेशन भी किया गया। वितरण से ठीक पहले, सहायता उपकरण और मददगार चीजें प्रदान की जाने से पहले उनका सैनिटाइजेशन, परिवहन वाहन, खुले/ द स्टैकिंग क्षेत्र का सैनिटाइजेशन और सहायक उपकरणों का दोबारा सैनिटाइजेशन सहित उपकरणों की कई स्तर पर सैनिटाइजेशन की गयी।

लाभार्थियों और उनके साथ आए परिजनों के बीच सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बैठने की व्यवस्था की गयी थी। 40-40 लाभार्थियों के बैच बनाए गए और हर बैच के लिए अलग प्रवेश एवं निकास बिंदु की व्यवस्था की गयी ताकि लोग करीबी संपर्क से बचें।

उत्तर मुंबई में शिविरों में चरणबद्ध तरीके से बांटे जाने वाले सहायता उपकरणों एवं चीजों में मोटर से चलने वाले 33 ट्राइसिकिल, हाथ से चलने वाले 75 ट्राईसिकिल, 169 व्हीलचेयर, 12 सी.पी चेयर, 178 बैसाखियां, 116 वॉकिंग स्टिक, 136 स्मार्ट केन, दृष्टिबाधित लोगों के लिए 23 फोल्डिंग केन, 18 स्मार्ट फोन, पांच डेज़ी प्लेयर, दो ब्रेल किट, 11 रोलटर, 822 हियरिंग एड, 30 एमएसआईईडी किट, लेप्रोसी किट के लिए छह डेली लिविंग असिस्टेंस और 102 आर्डिफिशियल लिंब्स एवं कैलिपर शामिल हैं।

समारोह में महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता विधान पार्षद श्री प्रवीण दारेकर, विधान पार्षद श्री विजय (भाई) गिरकर, चारकूप के विधायक श्री योगेश सागर, कांदिवली के विधायक श्री अतुल भटकालकर, दहिसार की विधायक श्रीमती मनीषा चौधरी, बोरिवली के विधायक श्री सुनील राणे एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार की उप सचिव श्रीमती बीणा ई चक्रवर्ती, अलिमको के महाप्रबंधक लेफ्टिनेंट कर्नल पी के दुबे (सेवानिवृत्त), राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित डॉ. योगेश दुबे और उत्तर मुंबई जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


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