राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती में पास करवाने वाले गिरोह का एक गिरफतार
जयपुर। राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा तीन लाख रूपए में गारंटी से पास करवाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड के साथी को जालूपुरा पुलिस ने सोमवार रात गिरफ्तार किया है। गिरोह के बदमाश बिहार की स्थानीय गैंग से संपर्क कर वहां से फर्जी अभ्यर्थी बुलवाकर परीक्षा दिलवाते थे।
पूर्व में गिरोह के 11 आरोपी नाहरगढ़ थाना पुलिस ने पकड़े थे, बिहार के करीब 9 लोग थे। पुलिस उपायुक्त उत्तर परिस देशमुख ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी चेतराम प्रजापत उर्फ जितेंद्र प्रजापत (28) हेलक, कुम्हेर भरतपुर का रहने वाला है।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि चेतराम का साथी और गैंग का मास्टरमाइंड बलराम गुर्जर अपने साथी देवी सिंह के साथ मिलकर ऐसे युवकों से संपर्क किया था, जिन्होंने नवंबर 2020 में आयोजित राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में आवेदन किया था। इनमें ज्यादातर अभ्यर्थी भरतपुर के थे। स्पेशल टीम के हैडकांस्टेबल मुरारीलाल ने आरोपी को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई।
दो किश्तों में रकम वसूली :- थानाधिकारी राम सिंह जाट ने बताया कि गिरोह के बदमाश तीन लाख रूपए में परीक्षा में पास कराने की गारंटी देते थे। इनमें डेढ़ लाख रुपए परीक्षा से पहले और डेढ़ लाख रुपए परीक्षा पास करने के बाद मांगते थे। कई युवकों से मोटी रकम वसूल भी कर ली।
मास्टरमाइंड बलराम गुर्जर बिहार में मौजूद परिचित मनीष कुमार से संपर्क वहां से फर्जी अभ्यर्थी बुलवाता था। आरोपी असली अभ्यर्थी के फोटो पहचान पत्र, परिचय पत्र, आधार कार्ड लेकर फोटो कॉपी को स्कैन व एडिट करने के बाद उन पर बिहार से आने वाले फर्जी अभ्यर्थी के फोटो लगाकर उसे परीक्षा में बैठा देते थे। परीक्षा खत्म होने के बाद गैंग के लोग अभ्यर्थी को बताते थे कि एग्जाम में उनकी जगह बैठने वाले फर्जी अभ्यर्थी कितने प्रश्न सॉल्व करके आए हैं। ताकि वे संतुष्ट हो जाएं।