CSB बैंक ने बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट मॉडल के जरिए गोल्ड लोन शुरू करने के लिए IIFL से करार किया
दोनों पक्षों के लिए लाभपूर्ण इस साझेदारी में सीएसबी बैंक के कॉरेस्पोंडेंट का उपयोग किया जायेगा
फेयरफैक्स-समर्थित निजी क्षेत्र के ऋणदाता, सीएसबी बैंक (पूर्वनाम कैथोलिक सीरियन बैंक) ने आज कहा कि इसने रिटेल गोल्ड लोन एसेट्स की सोर्सिंग एवं प्रबंधन हेतु नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी, आईआईएफएल फाइनेंस (आईआईएफएल) के साथ साझेदारी की है।
बैंक के बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बीसी) के रूप में कार्य करते हुए, आईआईएफएल उन बाजारों से नया बिजनेस लेगा जहां सीएसबी बैंक का शाखा नेटवर्क पर्याप्त नहीं है। आईआईएफएल, अपने विशाल शाखा नेटवर्क के जरिए सीएसबी बैंक को निम्न वर्ग के ग्राहकों एवं उन ग्रामीण क्षेत्रों में पैठ बनाने में मदद करेगा, जहां बैंक की अभी पर्याप्त पहुंच नहीं है। इस करार से ग्राहक आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इस करार पर हस्ताक्षर के बारे में बताते हुए,सीएसबी बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री सी.वी.आर. राजेन्द्रनने कहा, ”सीएसबी बैंक, बैंकिंग सुविधा-विहीन या अपर्याप्त बैंकिंग सुविधा वाले लोगों को सेवा प्रदान करने का प्रयास करता है। बैंक के कारोबार का मुख्य आधार गोल्ड लोन है।
आईआईएफएल फाइनेंस अपने व्यापक शाखा नेटवर्क, दमदार प्रौद्योगिकी और गोल्ड लोन बिजनेस में एक दशक से अधिक अनुभव के साथ उपयुक्त दीर्घकालिक सहयोगी है, और बैंक को देश के उन क्षेत्रों में पैठ बनाने में मदद करेगा जहां के ग्राहकों के लिए पर्याप्त बैंकिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है।”
आईआईएफएल फाइनेंस के चेयरमैन, श्री निर्मल जैनने कहा, “यह दोनों ही पक्षों के लिए लाभपूर्ण सहयोग है।
बैंक के मजबूत बैलेंस शीट और एनबीएफसी का सुदूरतम ग्राहकों के साथ संपर्क का उपयोग कर, इस साझेदारी के जरिए अभावग्रस्त ग्राहकों की ऋण आवश्यकता को वाजिब शर्तों पर पूरी करके वित्तीय समावेशन में सहयोग प्रदान किया जायेगा। सीएसबी बैंक की मजबूत वित्तीय स्थिति, संस्थागत स्वामित्व और गवर्नेंस पर जोर हमें इस साझेदारी की संभावना को लेकर रोमांचित करती है।”
सीएसबी बैंक, भारत के सबसे पुराने प्राइवेट बैंकों में से एक है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में बैंक की दमदार मौजूदगी है और इन राज्यों में इसकी कुल 432 शाखाएं हैं और इसके पास एसएमई, रिटेल एवं एनआरआई सेगमेंट्स में 1.5 मिलियन का ग्राहक आधार है। हाल ही में, बैंक ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में तीन गुनी अधिक वृद्धि दर्ज कराई, जिससे इसका गोल्ड लोन बिजनेस बढ़ा और परिसंपत्तियों में 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
38,000 करोड़ रु. से अधिक की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) वाला, आईआईएफएल फाइनेंस की भारत के 25 राज्यों के 600 शहरों में 2,372 शाखाओं का विस्तृत नेटवर्क है, जिसके जरिए यह लगभग 4 मिलियन ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करता है। इसका लगभग 90 प्रतिशत लोन, रिटेल हैऔर 40 प्रतिशत से अधिक लोन प्राथमिकता क्षेत्र ऋण के अनुरूप है। आईआईएफएल की प्रबंधनाधीन ऋण परिसंपत्ति में गोल्ड लोन का हिस्सा लगभग 25 प्रतिशत है।