IIT मद्रास ने शुरू किए प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में दो डिप्लोमा
प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में करियर बनाने का सभी बैकग्राउंड के शिक्षार्थियों के लिए सुनहरा अवसर
आठ महीने में आईआईटी मद्रास से एक डिप्लोमा ले सकते हैं शिक्षार्थी
कोई भी कर सकता डिप्लोमा है जिसने किसी माध्यम से न्यूनतम दो वर्ष स्नातक की शिक्षा पूरी की हो
किसी भी विषय और भारत के किसी भी स्थान के विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं
चेन्नई, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में दो डिप्लोमा प्रोग्राम शुरू कर रहा है। श्रेणी-में-सर्वश्रेष्ठ इन डिप्लोमा प्रोग्रामों की संरचना क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञों ने बहुत मंथन के बाद की है और ये आईआईटी मद्रास के आधिकारिक डिप्लोमा हैं।
प्रोग्राम की संरचना ऐसी है कि सभी बैकग्राउंड के शिक्षार्थियों के लिए बुनियादी ज्ञान हासिल करना, मौजूदा ज्ञान का संवर्धन करना और व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल निखारना आसान होगा। शिक्षार्थियों के लिए इंजीनियरिंग या कंप्यूटर विज्ञान के बैकग्राउंड से होना आवश्यक नहीं है। ये डिप्लोमा किसी भी माध्यम से किसी भी विषय में न्यूनतम 2 वर्षों की स्नातक की शिक्षा प्राप्त विद्यार्थियों, कार्यरत प्रोफेशनलों और रोजगार के उम्मीदवारों के लिए हैं।
आज (4 अक्टूबर 2021) अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने डिप्लोमा में प्रवेश के लिए पोर्टल लांच किया। इस अवसर पर इंफोसिस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री थिरुमाला आरोही और आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो भास्कर राममूर्ति उपस्थित थे।
डिप्लोमा में प्रवेश की योग्यता परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर 2021 है। इच्छुक व्यक्ति ीजजचेरूध्ध्कपचसवउंण्पपजउण्ंबण्पद के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
डिप्लोमा में प्रवेश की योग्यता परीक्षा 12 दिसंबर 2021 को होगी। आवेदकों के लिए उनके चुने शहर के परीक्षा केंद्र में व्यक्तिगत रूप से डिप्लोमा योग्यता परीक्षा में शामिल होना आवश्यक है। इस परीक्षा में सफल आवेदक डिप्लोमा प्रोग्राम में प्रवेश के योग्य होंगे।
लांच के अवसर पर अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा, “भारत में डेटा विज्ञान और प्रोग्रामिंग में कुशल मानव संसाधन का विकास करना वैश्विक अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे इसकी प्रसन्नता है कि आईआईटी मद्रास इस क्षेत्र में प्रोग्राम शुरू कर रहा है जो इस उद्योग की मांग पूरी करने में सक्षम हैं।’’
प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने बताया, “शिक्षा का अर्थ निरंतर सीखना है। आज विद्यार्थियों और कार्यरत प्रोफेशनलों को उनके कार्य क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए अपने ज्ञान और कौशल में निरंतर निखार लाना होगा। मुझे विश्वास है कि ये डिप्लोमा प्रोग्रामिंग या डेटा साइंस में करियर बनाने के इच्छुक विभिन्न प्रकार के शिक्षार्थियों के लिए सुलभ होंगे।‘‘
डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए शिक्षार्थी को प्रोग्रामिंग या डेटा साइंस में आठ कोर्स पूरे करने होंगे। एक डिप्लोमा पूरा करने में न्यूनतम आठ महीने लगेंगे। शिक्षा सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध होने से इस प्रोग्राम के विद्यार्थी और कार्यरत प्रोफेशनल अपनी सुविधा से सीख पाएंगे।
आईआईटी मद्रास का लक्ष्य इन डिप्लोमा के माध्यम से अधिक से अधिक उम्मीदवारों को उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रोग्राम का ‘पे ऐज यू गो मॉडल’ उम्मीदवारों को आर्थिक सुलभता (‘फ्लेक्सिबलीटी’) देता है। मूल रूप से किसी टर्म में केवल उस टर्म में रजिस्टर्ड कोर्स की संख्या के आधार पर शुल्क का भुगतान करना होगा। इतना ही नहीं, आईआईटी मद्रास शिक्षार्थियों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के आधार पर कोर्स फी में 75 प्रतिशत तक छूट भी देगा।
इस अवसर पर इंफोसिस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और शिक्षा प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन प्रमुख श्री थिरुमाला आरोही ने कहा, ‘‘प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में आईआईटी मद्रास के डिप्लोमा प्रोग्राम के लांच में शामिल होने की मुझे बहुत खुशी है। हम विकास के ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जिसमें पूरी दुनिया में प्रौद्योगिकी का प्रचलन है।
तरह-तरह के अवसरों के बीच विद्यार्थियों और कार्यरत प्रोफेशनलों में आजीवन सीखने की चाहत होनी चाहिए। ऐसे में विद्यार्थियों और कार्यरत प्रोफेशनलों के लिए आईआईटी मद्रास ने बहुत उचित समय और अवसर पर प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में डिप्लोमा शुरू किया है।
प्रोग्राम की संरचना में खुद अपनी गति से सीखने, लाइव क्लास, व्यावहारिक गतिविधियों, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट सभी का बहुत सोच-समझ कर तालमेल बनाया गया है। प्रोग्राम में सुविधा से शुल्क भुगतान करने का प्रावधान है और यह सस्ता है इसलिए सीखने के इच्छुक लोग तेजी से कौशल बढ़ा सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में असीम अवसरों के लिए खुद को बेहतर तैयार कर सकते हैं। ”
कार्यरत प्रोफेशनलों को ये डिप्लोमा काम से ब्रेक लिए बिना खुद को बेहतर बनाने का अभूतपूर्व अवसर देते हैं। अपने कार्मिक का कौशल बढ़ाने की इच्छुक कम्पनियां भी इस विकल्प पर विचार कर सकती हैं।
इस कोर्स में शिक्षा प्रदान करने का व्यापक मॉडल है जो कक्षा में सीखने के समान अनुभव देगा। इसमें लेक्चर वीडियो, लेक्चर के आधार पर एक्टिवीटीज़ के प्रश्न, प्रैक्टिस असाइनमेंट, ग्रेडेड असाइनमेंट और मिनी-प्रोजेक्ट शामिल हैं जो समस्या-समाधान कौशल बढ़ाते हैं।
कोर्स के प्रशिक्षकों के लाइव सेशन होंगे जिनमें प्रत्येक विषय पर शिक्षार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए जाएंगे। मूल्यांकन क्विज और एंड-टर्म परीक्षाओं में व्यक्तिगत भागीदारी के आधार पर किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित हो कि यह प्रोग्राम आईआईटी मद्रास के कैंपस प्रोग्राम की तरह कठिन शैक्षिक मानकों पर खरा उतरे। यह एक अभूतपूर्व तालमेल है जो उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्रदान करता है जिसकी नियोक्ताओं (कम्पनियां) में काफी मांग है।
इस अवसर पर आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. भास्कर राममूर्ति ने कहा, “प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों, कार्यरत प्रोफेशनलों और रोजगार के उम्मीदवारों के लिए यह प्रोग्राम शुरू करने की हमें खुशी है।
ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा के साथ मूल्यांकन में व्यक्तिगत उपस्थिति के परिणामस्वरूप यह प्रोग्राम उच्च शैक्षिक स्तर कायम रखने के साथ सुलभता भी सुनिश्चित करता है। हमारे पास ऑनलाइन शिक्षा का काफी अनुभव है और हम अधिक व्यापक स्तर पर प्रोग्राम लागू करने के लिए हर तरह से तैयार हैं इसलिए शिक्षार्थियों को सीखने का बेहतर और दिलचस्प अनुभव देंगे।”
आईआईटी मद्रास के इन दोनों आधिकारिक डिप्लोमा में उच्च गुणवत्ता की सामग्री, निरंतर मार्गदर्शन, उच्च कोटि का प्रायोगिक ज्ञान, सहपाठियों के बीच परस्पर सहायता और तुरंत फीडबैक का तालमेल है। इसलिए ये डिप्लोमा सभी बैकग्राउंड के शिक्षार्थियों को प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में सफल करियर बनाने के लिए आवश्यक मौलिक ज्ञान और उद्योग संबंधी अत्याधुनिक कौशल देने में सक्षम हैं।