“Indian Army 24 Hours”, प्रीमियर हो रहा है, सिर्फ HistoryTV18 पर
HistoryTV18 की नई डॉक्यूमेंट्री में, भारतीय सेना के साथ बिताइए रोमांच से भरपूर चौबीस घंटे
भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है और इसकी सीमाएँ राजस्थान की जलती रेत से लेकर सियाचिन के बर्फीले पहाड़ों तक फैली हुई हैं। इन चरम परिस्थितियों के अलावा लगातार घुसपैठ और युद्ध-विराम उल्लंघन के चलते दूर सीमा से लेकर शहरी केंद्रों की रक्षा बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। पर भारतीय सेना के नायक और नायिकाएँ अपना दिन-रात समर्पित करके देश की रक्षा करते हैं। HistoryTV18 देश के इन रक्षकों के साथ 24 घंटे बिताकर आप तक ला रहा है भारतीय सेना के वीर जवानों, जुझारू कर्मियों और अभेद प्रणाली की ऐक्शन से भरपूर झलकियाँ।
“Indian Army 24 Hours” का प्रीमियर 18 नवंबर को रात 9 बजे हो रहा है और यह कार्यक्रम सेना की ट्रैकिंग टीम, तकनीक और रणनीति के साथ-साथ दिखाता है कि सेना दिन के 24 घंटे किस प्रकार काम करती है। शानदार शोध से बनी यह एक घंटे की फिल्म दिखाती है कि कैसे दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक भारतीय सेना हर पल सतर्क और युद्ध के लिए तैयार रहती है।
ऐक्शन से भरपूर वास्तविक परिदृश्यों और युद्ध के नाटकीय रूपांतरणों के ज़रिए यह कार्यक्रम दर्शकों को सैन्य अभियानों को बेहद करीब से दिखाता है। साथ ही यह कार्यक्रम भारतीय सेना के बारे में कम ज्ञात ऐतिहासिक तथ्य प्रस्तुत करता है और इसके सबसे बड़े युद्ध सम्मानों पर प्रकाश डालता है। सेना की अलग-अलग इकाइयों के कामकाज की प्रक्रिया दिखाने के साथ-साथ मिलाता है भारतीय सेना के ऊर्जा से भरपूर युवा अधिकारियों से।
इस एक घंटे की विशेष पेशकश में आप देखेंगे कि कैसे सेना के विभिन्न विभाग जैसे आर्मर्ड कॉर्प्स, इंजीनियर्स, सिग्नल कॉर्प्स, आर्मी एविएशन और स्पेशल फोर्सेज रोज़ किन प्रकार की ऑपरेशनल चुनौतियों का सामना करते हैं। विश्वसनीय अनुभव के लिए HistoryTV18 की कैमरा टीम दर्शकों को जितना संभव हो सके विस्फोटक कार्रवाईयों के उतना पास ले जाती है और भारतीय सेना के प्रयासों, दक्षता और विषम परिस्थितियों में तैयारियों को एकदम करीब से दिखाती है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी के मैदानों से लेकर सियाचिन के ग्लेशियर और बोफोर्स यूनिट से लेकर चॉपर में घातक कमांडो का दस्ता, सेना के हर विभाग और प्रणाली से रूबरू कराती है यह एक घंटे की फिल्म।
फिल्म के 24 घंटे शुरू होते हैं आधी रात के बाद नियंत्रण रेखा के पास एक गश्त के साथ और फिर होता है दुश्मन के इलाक़े में एक साहसी कमांडो-धावा। तनाव और रहस्य से भरपूर यह घटनाक्रम आगे बढ़ता है और फिर पैराट्रूपर विशेष बलों के दस्ते दो आतंकवादी लक्ष्यों को ध्वस्त करते हैं। जैसे ही सुबह होती है, हम भारतीय सेना की विभिन्न इकाइयाँ और प्रणालियाँ एकदम नजदीक से देखते हैं, यहाँ तक कि लाइव विस्फोट और गनफायर भी।
जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ता है हम मिलते हैं सिग्नल कॉर्प्स के जाँबाज हीरोज़ से और जानते हैं कि कैसे उच्च तकनीक से सेना जुटाती है ख़ूफ़िया जानकारी। हम देखते हैं कि कैसे भारतीय सेना के इंजीनियर्स बिना किसी बाधा की परवाह किये जवानों और सामग्री को आगे बढ़ते रहने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। रेगिस्तान में रास्ता बनाना हो, बारूदी सुरंग वाले क्षेत्रों की पहचान करना हो या इंजन में खराबी आने पर युद्ध टैंक का राहत कार्य हो, सेना दुश्मनों के निशाने पर रहकर भी ऐसे कार्यों को बखूबी अंजाम देती है।
‘Indian Army 24 Hours’, इस कार्यक्रम का प्रीमियर 18 नवंबर को रात 9 बजे HistoryTV18 पर होगा, ये दर्शकों को पर्दे के पीछे भी ले जाता है और सेना के अनदेखे नायकों से मिलाता है जिनका साहस और समर्पण स्थिति गंभीर या खतरनाक होने पर भी कतई कम नहीं होता। वो सैनिक जो पोस्ट पर तैनात अपने भाइयों तक खाना पहुंचाते हैं, वो जवान जो स्टोरेज डिपो की रक्षा करते हैं, वो पायलट जो आपातकाल स्थिति में जीवन बचाते हैं और वो डॉक्टर और उनके सहयोगी जो “सर्वे सन्तु निरामया” मोटो का पालन करते हैं, यह फिल्म समर्पित है इन सभी नायकों को। फिल्म समाप्त होती है दमदार पंच के साथ। जैसे ही रात होती है, कमांडो दल दुश्मन के खेमे में प्रवेश करता है जहाँ उनका मिशन है , दुश्मनों के हथियारों और गोला बारूद को ठिकाने लगाना।
Avinash Kaul, Managing Director A+E Networks | TV18 और CEO-Broadcast, Network18 कहते हैं, “Indian Army 24 Hours हर उस शख्स को देखना चाहिए जो भारतीय सेना और उनके काम-काज के तरीकों को जानने की उत्सुकता रखता है। यह फिल्म हमारी सेना के जवानों की सच्ची कहानी है और हमारी और देश की रक्षा के लिए उनकी बहादुरी, प्रभावशीलता और अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। भारतीय सेना के सहयोग से यह फिल्म बनाकर HistoryTV18 खुद को बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा है। हमें उम्मीद है कि यह फिल्म हमारे दर्शकों में गर्व की वही भावना पैदा करेगी जो हमने इसे बनाते समय अनुभव की।”