Western Times News

Gujarati News

BoBने ट्रैक्टर के लिए फाइनेंस उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में सुधार के कदम उठाए

मुंबई, देश में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक- बैंक ऑफ बड़ौदा ने कृषि यंत्रीकरण में क्रेडिट की स्थिति में और सुधार की दिशा में नई पहल की है और इसे आगे बढ़ाने के लिए, बैंक ने एक ही दिन में तीन पहल की। ये सभी नए कदम किसानों को बेहतर वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने और उन्हें कृषि मशीनीकरण की दिशा में सशक्त बनाने के लिहाज से उठाए गए।




इस पहल की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैंः-

·               11 जोन में ‘ट्रैक्टर फाइनेंसिंग के लिए क्लस्टर माॅडल‘ की शुरुआत करना

·               बैंक फाइनेंस पर प्राइस डिस्काउंट के लिए बड़ौदा के ट्रैक्टर मैन्यूफेक्चरर मैसर्स ग्रोमैक्स एग्री इक्विपमेंट्स लिमिटेड के साथ समझौता

·         ट्रैक्टर लोन के लिए देश भर में मेगा वितरण शिविर
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री विक्रमादित्य सिंह खिंची ने वर्चुअल प्लेटफाॅर्म के जरिये इस कार्यक्रम को लाॅन्च किया। वर्चुअल मोड के माध्यम से श्री रोहित पटेल, सीजीएम- ग्रामीण और कृषि बैंकिंग, श्री एम वी मुरली कृष्ण, जीएम और हैड- ग्रामीण और कृषि बैंकिंग, सभी जोनल प्रमुख, क्षेत्रीय प्रमुख और जोन और रीजन के प्रायोरिटी सैक्टर इंचार्ज और मेगा संवितरण में भाग लेने वाली शाखाओं के अधिकारी भी इस कार्यक्रम से जुड़े।

इस अवसर पर श्री खिंची ने कहा, ‘‘वर्तमान दौर में कृषि क्षेत्र एकमात्र ऐसा सैक्टर है, जो कोविड-19 महामारी से बहुत कम प्रभावित हुआ है। सामान्य से अधिक मानसून के साथ यह उम्मीद की जा सकती है कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र से योगदान के माध्यम से पुनर्जीवित हो सकती है। इसी क्रम में  कृषि खंड में ऋण प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए, भारत सरकार ने 3 योजनाएं शुरू की हैं- एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, पशुपालन के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड और प्रधान मंत्री फाॅर्मलाइजेशन आॅफ माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज (प्रधान मंत्री एफएमई)। निश्चित तौर पर यह योजनाएं भी सहायक साबित होंगी। बैंक ऑफ बड़ौदा में हम अपने उत्पादों को प्रतिस्पर्धी बनाने और ग्राहकों को केंद्र में रखते हुए अपनी प्रक्रियाओं में सुधार करने का प्रयास करते हैं। नया क्लस्टर मॉडल ग्राहकों के लिए टीएटी को बनाए रखने और क्रेडिट गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा।‘‘

बैंक ने लखनऊ जोन में वर्तमान में लागू ‘ट्रैक्टर फाइनेंसिंग के लिए क्लस्टर मॉडल‘ को अन्य जोन में भी दोहराया है। ये जोन हैं- अहमदाबाद, बड़ौदा, राजकोट, जयपुर, भोपाल, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, मंगलुरु, मेरठ और चंडीगढ़। ’ट्रैक्टर फाइनेंसिंग के लिए क्लस्टर मॉडल’ सभी स्तरों पर एक केंद्रित दृष्टिकोण सुनिश्चित करेगा और इसके लिए डेडिकेटेड अधिकारियों को विशिष्ट भूमिकाएं सौंपी जाएंगी, ताकि फाइनेंसिंग की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने के साथ-साथ इस सेगमेंट की गुणात्मक और अनुपालन उन्मुख वृद्धि सुनिश्चित की जा सके।

इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा ने बैंक फाइनेंस पर प्राइस डिस्काउंट के लिए बड़ौदा के ट्रैक्टर मैन्यूफेक्चरर मैसर्स ग्रोमैक्स एग्री इक्विपमेंट्स लिमिटेड (जीएईएल) के साथ समझौता किया है। जीएईएल (पूर्व में- महिंद्रा गुजरात ट्रैक्टर लिमिटेड) भारत में एक प्रमुख ट्रैक्टर निर्माता महिंद्रा समूह की एक इकाई है। इसके अलावा, जीएईएल में गुजरात सरकार की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जीएईएल के पास वड़ोदरा, गुजरात में 55 एकड़ भूमि में फैला अपना पंजीकृत कार्यालय और उच्च तकनीक विनिर्माण संयंत्र है।

मैसर्स ग्रोमैक्स एग्री इक्विपमेंट्स लिमिटेड के साथ किया गया यह समझौता बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों को 1,00,000 रुपए तक की छूट प्राप्त करने में मदद करेगा। यह छूट सीधे कंपनी के आउटलेट से ट्रैक्टर की खरीद पर मिलेगी। इसके अलावा, अन्य राज्यों (गुजरात को छोड़कर) में खरीद पर 15000/- तक की छूट जीएईएल द्वारा अपने 45 एचपी और 50 एचपी मॉडल के लिए 1 ईएमआई के भुगतान के रूप में दी जाएगी।

तीसरा, बैंक ऑफ बड़ौदा ने ट्रैक्टर फाइनेंस के लिए, ‘महा-संवितरण दिवस’ मनाया और क्लस्टर मॉडल के माध्यम से एक ही दिन में 600 से अधिक ऋण स्वीकृत किए। कुछ ऋण सेंट्रल प्रोसेसिंग सेंटर (सीपीसी) का उपयोग करके स्वीकृत किए गए हैं। इस दौरान पूरे देश में विभिन्न स्थानों पर पात्र किसानों को   स्वीकृति पत्र सौंपे गए।

 





Read News In Hindi

Read News in English

Copyright © All rights reserved. | Developed by Aneri Developers.