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बेंगलुरू मेट्रो के चरण-2 74 किलोमीटर लंबे रूट पर 62 स्टेशन के साथ चरण-1 में चारों दिशाओं में 34 किलोमीटर लंबाई में दो नई लाइनों का विस्तार

बेंगलुरू मेट्रो के चरण-2 का उद्घाटन -तेज आवागमन और स्मार्ट मोबिलिटी विकल्पों को सक्षम बनाने के लिए बेंगलुरू मिशन 2022 के लक्ष्यों की दिशा में उठाया गया कदम

आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी, केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री सदानंद गौड़ा और कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री श्री बी. एस. येदियुरप्पा ने आज येलाचेनाहल्ली से सिल्क इंस्टीट्यूट मेट्रो स्टेशनों तक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर नम्मा मेट्रो के चरण-2 के अंतर्गत 6 किलोमीटर लंबी दक्षिणी विस्तार लाइन का शुभारम्भ किया।

मेट्रो विस्तार लाइन और एफओबी का उद्घाटन आज शहर में तेज आवागमन और स्मार्ट मोबिलिटी के विकल्पों को सक्षम बनाने के लिए बेंगलुरू मिशन, 2022 के लक्ष्यों की दिशा में एक कदम है।

बेंगलुरू मेट्रो रेल परियोजना चरण-2 के तहत 74 किलोमीटर लंबे रूट पर 62 स्टेशन आते हैं और इसमें चारों दिशाओं में कुल 34 किलोमीटर में चरण-1 की बैंगनी और हरी दोनों लाइनों का विस्तार और दो नई लाइनें शामिल हैं। इन दो लाइनों में 21 किलोमीटर लंबा गोतीगेरे-नागावाड़ा रूट और 19 किलोमीटर लंबा आरवी रोड- बोम्मासैंड्रा रूट शामिल है।

इस परियोजना को 30,695 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जा रहा है। वर्तमान में परिचालन लाइन पर येलाचेनाहल्ली मेट्रो स्टेशन से आगे 5 नए स्टेशन शामिल हैं, जिनके नाम हैं- कोननकुंटे क्रॉस, दोदोकल्लासैंड्र, वाजारहल्ली, थालाघट्टापुरा और सिल्क इंस्टीट्यूट। विस्तार में वर्तमान में परिचालित 24.2 किलोमीटर लंबी हरी (उत्तर-दक्षिण) लाइन के दक्षिणी किनारे पर 6 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड मेट्रो शामिल है।

इस विस्तार के साथ, एन-एस कॉरिडोर 30.2 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। एलिवेटेड भाग में 213 स्पैन (पुल) शामिल हैं। इस काम में सुपरस्ट्रक्चर के लिए 1032 पाइल, 223 पियर्स और 1998 सेगमेंट व स्टेशनों में 665 गिरडर शामिल हैं। इसमें 2,10,965 कम कंक्रीट और 20,500 मीट्रिक टन स्टील इस्तेमाल किए गए हैं। ‘स्टेट ऑफ आर्ट इक्विपमेंट’ के अलावा बिजली से जुड़े कार्यों, सिग्नलिंग और दूरसंचार के लिए विभिन्न आकारों के 765 किलोमीटर केबल और तार बिछाए गए हैं। मेट्रो की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं :

यात्रियों की सुविधा के लिए हर स्टेशन पर 8 एस्केलेटर और 4 एलिवेटर लगाए गए हैं, जिससे कुल 40 एस्केलेटर और 20 एलिवेटर हो गए हैं। इस विस्तार लाइन के सभी 5 स्टेशनों पर कुल 1.2 मेगावाट क्षमता के रूफ टॉप सौर उपकरण लगाए जा रहे हैं। सौर ऊर्जा संयंत्रों को मार्च, 2021 तकलगाने का लक्ष्य है। बेंगलुरू मेट्रो में ऐसा पहली बार है कि यहां सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जा रहे हैं। सभी 5 स्टेशनों को ऊर्जा दक्ष एलईडी लाइट उपलब्ध कराई गई हैं।

सभी स्टेशनों पर नई सर्विस रोड पर प्रवेश/निकासी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सर्विस रोड पर बस गलियारा, टैक्सी और ऑटो के लिए पिकअप व ड्रॉप एरिया निर्धारित किया गया है। शारीरिक दिव्यांग और नेत्रहीन लोगों के लिए रैम्प, लिफ्ट, अलग शौचालय, स्पर्श मार्ग व ट्रेनों में निश्चित स्थान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

बस अड्डों का पता लगाने के लिए 5 स्टेशनों के दोनों तरफ विशेष मोड बदलाव सेवा लेन बनाई गई हैं और मध्यवर्ती सार्वजनिक परिवहन (आईपीटी) के लिए स्थान उपलब्ध कराया गया है। एक देश एक कार्ड

बेंगलुरू मेट्रो ने स्वचालित किराया संग्रह (एएफसी) प्रणाली के लिए विशेष तकनीक का उपयोग किया है, जो उद्घाटन के साथ वन लूप एनसीएमसी ‘एक देश एक कार्ड’ के उपयोग से यात्रा में सहायक होता है।

एनसीएमसी के लिए वर्तमान में परिचालित 42 किलोमीटर लंबे नेटवर्क के 40 स्टेशनों पर एएफसी प्रणाली को भी अपग्रेड किया जा रहा है। चरण-1 की लाइनों सहित सभी लाइनों पर एनसीएमसी आधारित टिकट सेवा 15 अगस्त, 2021 से पहले यात्रा के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। इसके बाद, बेंगलुरू में पश्चिमी विस्तार सहित 55 किलोमीटर लंबे पूरे मेट्रो नेटवर्क में यात्री अपनी यात्रा के लिए भुगतान करने के लिए रूपे कार्ड या कोई अन्य एनसीएमसी अनुपालित बैंक कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।


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