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सबरीमाला ‘स्वामी प्रसादम’ को देश भर में भक्तों के घर डाक से पहोंचेगा

डाक विभाग ने सबरीमाला ‘स्वामी प्रसादम’ को देश भर में भक्तों के घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया

इस सेवा को जनता से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है; अब तक लगभग 9000 ऑर्डर बुक किए गए हैं

डाक विभाग ने सबरीमाला ‘स्वामी प्रसादम’ को देश भर के भक्तों को उनके घर पर ही वितरित करने का फैसला किया है। डाक विभाग ने देश के हर एक कोने – कोने को कवर करने वाले अपने विशाल नेटवर्क का उपयोग करते हुए भक्तों के द्वार तक सबरीमाला मंदिर के “स्वामी प्रसादम” के वितरण के लिए एक व्यापक बुकिंग और वितरण पैकेज विकसित किया है।

केरल पोस्टल सर्कल ने इस महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति के लिए त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के साथ एक समझौता किया है। भक्त अब प्रसादम के प्रत्येक पैकेट के लिए केवल साढ़े चार सौ रुपये (चार सौ पचास रुपये) का भुगतान करके भारत के किसी भी डाकघर से अपने लिए स्वामी प्रसादम मंगवा सकते हैं। इसमें एक पैकेट अरावना, आदियाशिष्ठम ने (घी),  विभूति,  कुमकुम, हल्दी और अर्चनाप्रसादम दिए जाते हैं।

एक भक्त एक बार में दस पैकेट तक ही मंगवा सकता है। जैसे ही प्रसादम को स्पीड पोस्ट सेवा के माध्यम से बुक किया जाता है, तभी स्पीड पोस्ट नंबर के साथ एक संदेश तैयार होगा और एसएमएस के ज़रिये से भक्त को सूचित किया जाएगा। भक्त इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर लॉग इन करके प्रसादम के आगमन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।

यह सेवा 6 नवंबर 2020 से पूरे भारत में शुरू की गई थी। इस विशेष सेवा के लिए जनता से जबरदस्त सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। पूरे भारत में अब तक लगभग 9000 ऑर्डर बुक किए जा चुके हैं और यह संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।

सबरीमाला मंदिर को इस वर्ष के “मंडलम सीजन तीर्थयात्रा” के लिए 16 नवंबर 2020 से भक्तों के वास्ते खोला गया है। मौजूदा कोविड-19 महामारी की स्थिति के कारण तीर्थयात्रियों को इस धर्मस्थल पर आने के लिए सख्त प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ा है। इस सीजन में प्रतिदिन केवल सीमित संख्या में भक्तों को ही दर्शन के लिए जाने की अनुमति थी। इस मौसम में तीर्थयात्रा के लिए लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के कारण भगवान अयप्पा के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं की एक बड़ी संख्या कोविड प्रोटोकॉल को पूरा करने में सक्षम नहीं थी।


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