मार्टिन स्कॉरसेज़ी और इस्तेवान साबो को ‘सत्यजित रे लाइफटाइम अजीवमेन्ट अवार्ड’ से सम्मानित किया जायेगा
श्री अनुराग ठाकुर ने गोवा में आयोजित होने वाले 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिये प्रमुख घोषणायें कीं
आईएफएफआई ने नई प्रौद्योगिकी अपनाई, प्रमुख ओटीटी दिग्गजों को निमंत्रण
कार्लोस सौरा द्वारा निर्देशित ‘दी किंग ऑफ ऑल द वर्ल्ड’ (अल रे द तोदो अल मूंदो) के प्रदर्शन से महोत्सव की शुरूआत
सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने घोषणा की है कि गोवा में आयोजित होने वाले 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में श्री इस्तेवान साबो और श्री मार्टिन स्कॉरसेज़ी को ‘सत्यजित रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया जायेगा। Scorsese, Szabo to be honoured with Satyajit Ray Lifetime Achievement Award at 52nd IFFI
इस्तेवान साबो हंगरी के सर्वाधिक सम्मानित फिल्म निदेशक हैं और पिछले कई दशकों में उन्होंने बहुत प्रतिष्ठा अर्जित की है। वे मेफिस्टो (1981) और फादर (1966) जैसी शाहकार फिल्मों के लिये जाने जाते हैं। मार्टिन स्कॉरसेज़ी नव हॉलीवुड युग की प्रमुख हस्ती हैं। उन्हें फिल्म इतिहास के महानतम और सर्वाधिक प्रभावशाली फिल्मकारों में शामिल किया जाता है।
घोषणा करने के दौरान श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “भारत किस्सागोई की धरती है। हमारी दास्तानों ने दुनिया की कल्पनाशीलता को प्रभावित किया है। भारत में तमाम तरह की कहानियां मौजूद हैं, जो उसे सही मायनों में ‘कथावस्तु की धरती’ बनाती हैं।”
भारत का सर्वाधिक प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव का 52वां अंक समुद्री तटों के राज्य में 20 से 28 नवंबर, 2021 तक चलेगा।
प्रमुख ओटीटी दिग्गजों के साथ सहयोग
श्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि आईएफएफआई में प्रमुख ओटीटी दिग्गजों को महोत्सव में हिस्सा लेने के लिये निमंत्रित किया जा रहा है। पहली बार नेटफ्लिक्स, अमेजॉन प्राइम, ज़ी-5, वूट और सोनी लिव फिल्म महोत्सव में शिरकत करेंगे। ये सभी ओटीटी विशेष मास्टरक्लास, कंटेन्ट लॉन्च और प्रीव्यू, चुने हुये फिल्म-पैकेज के प्रदर्शनों और मौके पर तथा वर्चुअल कार्यक्रमों के जरिये हिस्सा लेंगे। श्री ठाकुर ने कहा कि ओटीटी पर फिल्में देखने का चलन बढ़ता जा रहा है और आईएफएफआई नई प्रौद्योगिकी को अपना रहा है तथा ओटीटी दिग्गजों के साथ उद्योग के कलाकारों को बातचीत करने का मंच उपलब्ध करा रहा है।
नेटफ्लिक्स तीन दिवसीय वर्चुअल मास्टरक्लास का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन पेरिस स्थित छवि और कला के प्रतिष्ठित स्कूल गोबलिन्स – स्कूल ला’ इमैश्ज़ करेगा।
नेटफ्लिक्स जेन कैम्पियन की फिल्म ‘दी पावर ऑफ द डॉग’ के भारत प्रीमियर का आयोजन करेगा। उसने यह भी प्रस्ताव किया है कि वह ‘धमाका’ फिल्म का विशेष प्रदर्शन करेगा। इसमें फिल्म की एक प्रमुख प्रतिभा कार्तिक आर्यन फिल्म का परिचय देंगे। आने वाले क्राइम थ्रिलर ‘आराण्यक’ के पहले एपीसोड का भी प्रदर्शन किया जायेगा। इसमें रवीना टंडन और आशुतोष राणा ने प्रमुख भूमिकायें निभाई हैं।
सोनी-लिव ने एक मास्टरक्लास का प्रस्ताव किया है, जिसे स्कैम-1992 के पटकथा लेखक सुमित पुरोहित और सौरव डे प्रस्तुत करेंगे। इसका विषय प्रवर्तन स्टूडियो नेक्स्ट के बिजनेस-हेड इंद्रनील चक्रबर्ती करेंगे।
ज़ी5 विशेष रूप से तैयार ब्रेकप्वॉन्ट को पेश करेगा। यह पेस-एंड-भूपति नामक लोकप्रिय धारावाहिक है, जिसे आईएफएफआई के लिये नितेश तिवारी और अश्विनी अय्यर ने तैयार किया है।
आजादी का अमृत महोत्सव के जश्न के रूप में भावी 75 रचनात्मक प्रतिभाओं की पहचान
एक प्रमुख घोषणा के रूप में श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आईएफएफआई भारत की युवा उदीयमान प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध करायेगा, ताकि वे मुख्यधारा के फिल्मकारों तथा फिल्म उद्योग से जुड़ सकें। महोत्सव में 35 वर्ष से कम आयु की 75 रचनात्मक प्रतिभाओं को निमंत्रित करेगा।
वे फिल्म उद्योग के दिग्गजों से बातचीत करेंगे और महोत्सव में आयोजित होने वाले मास्टरक्लासों में हिस्सा लेंगे। इन युवा प्रतिभाओं का चयन देश भर के युवा फिल्मकारों के लिये एक प्रतियोगिता द्वारा होगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य है कि 75 युवा फिल्मकारों, कलाकारों, गायक/गायिकाओं, पटकथा लेखकों और अन्य लोगों को दुनिया भर में प्रतिष्ठित इस महोत्सव में अपना हुनर दिखाने का मौका मिले।
ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर, 2021 है। इस ‘75 क्रियेटिव माइंड्स ऑफ टूमॉरो’ प्रतियोगिता के लिये फिल्म दाखिल करने के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना है। आवेदन-पत्र www.dff.gov.in और www.iffi.org. पर उपलब्ध हैं।
ब्रिक्स फिल्म महोत्सव
श्री ठाकुर ने यह भी घोषणा की कि पहली बार ब्रिक्स फिल्म महोत्सव के जरिये पांच ब्रिक्स देशों की फिल्मों का भी प्रदर्शन किया जायेगा, जिसका आयोजन आईएफएफआई के संग किया जायेगा। ये पांच देश ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, चीन और भारत हैं। ये सभी 52वें आईएफएफआई में फोकस देश भी हैं।
आईएफएफआई के इस अंक में उद्घाटन-फिल्म की घोषणा करते हुये श्री ठाकुर ने कहा कि कार्लोस सौरा द्वारा निर्देशित ‘दी किंग ऑफ ऑल द वर्ल्ड’ (अल रे द तोदो अल मूंदो) से महोत्सव की शुरूआत होगी और यह फिल्म का अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर भी होगा। वेनिस फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीतने वाले जेन कैम्पियन द्वारा निर्देशित ‘दी पावर ऑफ द डॉग’ मिड फेस्ट फिल्म होगी। इस 52वें आईएफएफआई में लगभग 30 फिल्मों को चुना गया है। ये सभी फिल्में प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में दिखाई जा चुकी हैं तथा इस महोत्सव में इन्हें फेस्टिवल कलाइडोस्कोप और वर्ल्ड पैनोरामा वर्ग में दिखाया जायेगा।
52वें आईएफएफआई में श्री दिलीप कुमार, सुश्री सुमित्रा भावे, श्री बुद्धदेब दासगुप्ता, श्री संचारी विजय, श्रीमती सुरेखा सीकरी, श्री ज्यां-पॉल बेलमून्दो, श्री बर्ट्रैन्ड टेवेनियर, श्री क्रिस्टोफर प्लमर और श्री ज्यां-क्लॉद कारियेर को श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी।
52वें आईएफएफआई में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के ज्यूरी इस प्रकार हैं;
सुश्री रखशान बनी एतेमाद (67 वर्षीया)/ईरान/फिल्मकार – निर्णायक मंडल की अध्यक्ष
श्री स्टीफन वूली (65 वर्षीय)/यूके/फिल्म निर्माता, निर्देशक
श्री सिरो ग्वेरा (40 वर्षीय)/कोलंबिया/फिल्मकार
श्री विमुक्ति जयसुंदरा (44 वर्षीय)/श्रीलंका/फिल्मकार
श्री नीला माधब पांडा (47 वर्षीय)/भारत/फिल्मकार
पूर्वावलोकन
52वें आईएफएफआई के पूर्वावलोकन वर्ग में हंगरी के प्रसिद्ध फिल्मकार श्री बेला टा की फिल्म दिखाई जायेगी। उनकी फिल्मों ने बर्लिन, कान्स और लोकार्नो फिल्म महोत्सवों में बहुत प्रशंसा अर्जित की है। वे शौकिया फिल्मकार हैं और उन्होंने अपनी फिल्म शैली विकसित की है।
रूसी फिल्मकार और थियेटर निर्देशक श्री आंद्रेई कोनकैल्वोस्की की फिल्म भी पूर्वावलोकन वर्ग में दिखाई जायेगी। उनकी फिल्मों ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें कान्स ग्रां प्री स्पेशल दू ज्यूरी, फिपरेस्की अवार्ड, दो सिल्वर लॉयन, तीन गोल्डन ईगल पुरस्कार और एक प्राइमटाइम एम्मी पुरस्कार शामिल है।
पूर्वावलोकन वर्ग में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त् श्री रजनीकान्त को भी शामिल किया गया है।
महोत्सव में बड़े पर्दे पर पहली बार काल्पनिक ब्रिटिश सीक्रेट एजेंट जेम्स बॉन्ड की भूमिका निभाने वाले अभिनेता शॉन कॉनरी को विशेष रूप से याद किया जायेगा और श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी।