कांग्रेस के “चाणक्य” अहमद पटेल का निधन
नयी दिल्ली, कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का बुधवार को निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे और कुछ हफ्ते पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।
पटेल के पुत्र फैसल पटेल और पुत्री मुमताज सिद्दीकी ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर बताया कि उनके पिता ने बुधवार तड़के तीन बज कर करीब 30 मिनट पर अंतिम श्वांस ली।
उन्होंने कहा, ‘‘ दुख के साथ अपने पिता अहमद पटेल की दुखद और असामयिक मृत्यु की घोषणा कर रहा हूं। 25 तारीख को सुबह करीब 3.30 बजे उनका निधन हो गया।’’
फैसल और मुमताज ने बताया कि लगभग एक महीने पहले उनके पिता कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया । पटेल को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विश्वस्त सहयोगियों में से एक पटेल उनके राजनीतिक सलाहकार थे। पटेल वर्तमान में कांग्रेस के कोषाध्यक्ष थे। वह पार्टी के संकटमोचक के रूप में भी जाने जाते थे।
पटेल 1993 से पांच बार लगातार गुजरात से राज्यसभा के सदस्य थे। इससे पहले वह 1977, 1980 और 1984 में लगातार तीन बार गुजरात की भरूच लोकसभा सीट से सांसद बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कई अन्य नेताओं ने पटेल के निधन पर दुख जताया है।
मोदी ने पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पटेल एक ऐसे कामरेड, निष्ठावान सहयोगी और मित्र थे जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पटेल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पटेल एक ऐसे स्तंभ थे जो सबसे मुश्किल दौर में भी पार्टी के साथ खड़े रहे। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने दुख जताते हुए कहा कि पटेल की कांग्रेस के प्रति प्रतिबद्धता और सेवा असीमित थी। (भाषा)