SIDBI और DPIIT द्वारा नेशनल स्टार्टअप अवार्ड्स के विजेताओं के लिए ऑनलाइन पिचिंग इवेंट का आयोजन
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने हाल ही में 6 अक्टूबर, 2020 को पहली बार राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की थी। SIDBI DPIIT facilitate funding for startups by organising Online Pitching Event for finalists of National Startup Awards.
इन पुरस्कारों ने नवोन्मेष स्टार्टअप उत्पादों या समाधानों का निर्माण करने वाले उत्कृष्ट स्टार्टअप्स और पारिस्थितिकी तंत्र के समर्थकों को मान्यता दी है जो मापनीय उद्यमों, उच्च रोजगार सृजन या धन सृजन की क्षमता के साथ, समाज में प्रभाव डालते हैं। पुरस्कारों ने न केवल निवेशकों के लिए वित्तीय लाभ से, बल्कि सामाजिक भलाई के लिए भी एक स्टार्टअप की सफलता को आँका है।
उपरोक्त पहल को जारी रखते हुए, सिडबी,डीपीआईआईटीके साथविजेता स्टार्टअप सहित नेशनल स्टार्टअप अवार्ड्स के लिए अंतिम में चुने गए सभी स्टार्टअप के लिए ऑनलाइन पिचिंग इवेंट की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है। पिचिंग इवेंट्स, इन होनहार स्टार्टअप्स को वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) के लिए अपने विचारों और दृष्टि को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
इनमें से पहला आयोजन 19 नवंबर, 2020 को पूर्ण सत्र से पहले आयोजित किया गया था। यह पूर्ण सत्र, डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव श्री अनिल अग्रवाल की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ और इसमें डीपीआईआईटी व सिडबी के वरिष्ठ अधिकारियों और एआईएफ के 77 शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार के फाइनल में पहुंचने वाले 190 से अधिक प्रतिस्पर्द्धी शामिल थे।
अपने आधार व्याख्यान में श्री अग्रवाल ने कहा कि नेशनल स्टार्टअप अवार्ड्स के लिए चुने गए स्टार्टअप्स, जिसमें फाइनल में पहुँचने वाले स्टार्टअप भी शामिल हैं, स्क्रीनिंग और मूल्यांकन की एक मजबूत प्रक्रिया से गुजरे हैं और इस प्रकार एआईएफ के पास मिलकर कार्य करने के लिए उम्मीदवारों का एक बेहतरीन समूह मौजूद है। एआईएफ और स्टार्टअप्स के फलदायक और सुदीर्घ सम्बन्धों की कामना करते हुए, श्री अग्रवाल ने उल्लेख किया कि सरकार स्टार्टअप इंडिया मिशन के विभिन्न चक्रो के तहत स्टार्टअप्स की संवृद्धि विषयक आकांक्षाओं को पूरा करना जारी रखेगी।
सिडबी के उप प्रबंध निदेशक, श्री मनोज मित्तल ने भारत सरकार की ‘निधियों की निधि योजना’ के कार्यान्वयन में परिचालनगत उत्कृष्टता प्राप्त करने में सिडबी के प्रयासों पर प्रकाश डाला। स्टार्टअप पारितंत्र के आपूर्ति पक्ष और मांग पक्ष दोनों पर सरकार की ओर से दिए गए अनुसमर्थन को देखते हुए, उन्होंने सरकार / अन्य निवेशकों द्वारा उपलब्ध कराई गई पूंजी की आपूर्ति को आगे बढ़ाने के लिए मध्यवर्तियों की पर्याप्त संख्या की जरूरत पर जोर दिया।