USA: बाइडन से फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं ने की बात
वाशिंगटन, अमेरिकाी राष्ट्रपति चुनाव के विजेता जो बाइडन को फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड और ब्रिटेन के नेताओं ने मंगलवार को फोन पर जीत की शुभकामनाएं दी और इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय मुद्दों तथा कोविड-19 जैसी वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटने को लेकर साझा प्रयासों पर भी चर्चा की।
अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति से फोन पर सबसे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बात की। वर्ष 2016 में उस समय चुने गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात करने वाले पहले पांच विश्व नेताओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल थे।
मोदी के अलावा कुछ अन्य विश्व नेताओं ने हालांकि बाइडन और नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को ट्विटर पर जीत की शुभकामनाएं दी हैं। बाइडन ने हालांकि इन शुभकामनाओं पर ट्विटर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
फोन पर बातचीत के दौरान बाइडन ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों का बधाई के लिए शुक्रिया अदा किया और फ्रांस-अमेरिका के बीच रिश्ते मजबूत करने की इच्छा जाहिर की।
बाइडन-हैरिस सत्ता हस्तांतरण दल की ओर से जारी जानकारी के अनुसार बाइडन ने नाटो और यूरोपीय संघ सहित ‘ट्रांस-अटलांटिक’ तथा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को की इच्छा जताई।
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से फोन पर बातचीत के दौरान बाइडन ने उनके नेतृत्व की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि वह अमेरिका और जर्मनी के बीच संबंधों को मजबूत करने और नाटो तथा यूरोपीय संघ सहित ‘ट्रांस-अटलांटिक’ को एक बार फिर मजबूत करने को उत्साहित हैं। बाइडन ने जीत की शुभकामनाओं के लिए मर्केल का शुक्रिया भी अदा किया।
बाइडन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भी शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया अदा किया और विशेष संबंध को मजबूत करने तथा साझा चिंता के विषयों पर सहयोग की इच्छा व्यक्त की।
बाइडन ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिटेन वर्ष 2021 में जी-7 और संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) की मेजबानी करने के लिए तैयार है और इसके मद्देनजर वह विशेष रूप से वैश्विक चुनौतियों पर एक साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
दल के अनुसार बाइडन ने आयरलैंड के नेता टी. माइकल मार्टिन से भी बात की और उनका भी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद किया और अमेरिका तथा आयरलैंड के बीच स्थायी व्यक्तिगत, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जाहिर की।