WR द्वारा मालगाड़ी के 13000 से अधिक रेकों के ज़रिये देश के विभिन्न भागों में 27.11 मिलियन टन सामग्री का परिवहन
फोटो : पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद स्टेशन पर पार्सल विशेष ट्रेन में माल लदान के दृश्य।
कोरोनावायरस के कारण 22 मार्च, 2020 से घोषित पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन के बावजूद पश्चिम रेलवे ने 26 अगस्त, 2020 तक मालगाड़ियों के 13,043 रेकों को लोड कर सराहनीय काम किया है, जिसके फलस्वरूप 3432 करोड़ रु. से अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई। इनमें पीओएल के 1389, उर्वरकों के 2402, नमक के 685, खाद्यानों के 124, सीमेंट के 1060, कोयले के 475, कंटेनरों के 6043 और सामान्य माल के 57 रेकों सहित कुल 27.11 मिलियन टन भार वाली विभिन्न मालगाड़ियों को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया।
इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के विभिन्न रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 25,711 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 12,856 ट्रेनें सौंपी गईं और 12,855 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1693 रेक, BOXN के 797 रेक और BTPN के 716 रेकों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर सुनिश्चित की गई।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार माल परिवहन के अतिरिक्त 23 मार्च, 2020 से 26 अगस्त, 2020 तक पश्चिम रेलवे ने 497 पार्सल विशेष ट्रेनों के द्वारा 1.09 लाख टन सामग्री का परिवहन किया है, जिनमें कृषि उत्पाद दवाइयाँ, दूध, खाद्यान, खाद्य तेल आदि शामिल हैं। इनसे 35.58 करोड़ रु. के राजस्व की प्राप्ति हुई है। इस अवधि के दौरान 79 मिल्क स्पेशल गाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाया गया,
जिनमें 60 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100% उपयोग से लगभग 10.35 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार, लगभग 36,000 टन से अधिक भार वाली 389 कोविड-19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 18.46 करोड़ रु. से अधिक रहा। इनके अलावा, 12,500 से अधिक टन भार वाले 29 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% क्षमता के साथ के साथ चलाए गए, जिनसे 6.77 करोड़ रु. से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।
पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है, जिसके अंतर्गत 27 अगस्त, 2020 को 2 पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे से रवाना हुईं। इनमें बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी और पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए चली मिल्क स्पेशल ट्रेन शामिल हैं।
लॉकडाउन के कारण राजस्व नुक़सान और रिफंड अदायगी
कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर यात्री राजस्व का कुल नुकसान लगभग 2309 करोड़ रुपये रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 348 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1961 करोड़ रुपये का नुक़सान शामिल है। इसके बावजूद, 1 मार्च, 2020 से 26 अगस्त, 2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 419.74 करोड़ रुपये के रिफंड की अदायगी सुनिश्चित की है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई मंडल ने 202.27 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 64.81 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार अपनी रिफंड राशि प्राप्त की है।