पश्चिम रेलवे और IRCTC ने सीमाओं से परे जाकर किया सराहनीय कार्य
मिशन फूड़ डिस्ट्रिब्यूशन के अंतर्गत वाणिज्यिक और रेल सुरक्षा बल के सक्रिय कर्मयोद्धाओं के साथ मिलकर पश्चिम रेलवे और आईआरसीटीसी ने सीमाओं से परे जाकर किया सराहनीय कार्य
फोटो कैप्शन: वसई रोड़ पश्चिम के परिसंचरण क्षेत्र के पास आरपीएफ और गुरुद्वारा के समन्वय से हाउस कीपिंग स्टाफ को खिचड़ी वितरित की जा रही है। दूसरी तस्वीर में राजकोट स्टेशन पर मौजूद 28 कुली और 34 सफाई कर्मचारी, जिनमें से प्रत्येक को राजकोट के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा 1000 रु. का दान दिया गया। तीसरी तस्वीर में जूनागढ़ के गुड्स क्लर्कों और ठेकेदारों द्वारा, ट्रक ड्राइवरों और मजदूरों को 110 खाद्य पैकेटों के वितरण के फलस्वरूप लाभान्वित व्यक्ति भोजन करते हुए। चौथी तस्वीर में मलयाली वेलफेयर एसोसिएशन के स्वयंसेवक जीआरपी, हाउसकीपिंग और स्टेशन के कर्मचारियों के लिए वापी में आरपीएफ स्टाफ को 300 फेस मास्क और 20 सैनिटाइज़र की बोतलें प्रदान करते हुए।
घातक कोरोनावायरस महामारी के कारण घोषित देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान वाणिज्यिक और आरपीएफ के सक्रिय कर्मयोद्धाओं के साथ पश्चिम रेलवे तथा भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने मिशन खाद्य वितरण के अपने अनूठे अभियान के अंतर्गत अपनी सीमा से परे जाकर बाहर बेहद सराहनीय कार्य किया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविन्द्र भाकर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्र और लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ पश्चिम रेलवे और IRCTC दोनों द्वारा ही मिशन फूड डिस्ट्रीब्यूशन के तहत ज़रूरतमंदों को निःशुल्क सामुदायिक भोजन की आपूर्ति सुनिश्चित करके अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा है।
पश्चिम रेलवे के विभिन्न मंडलों में दैनिक आधार हो रहे इस भोजन वितरण से बड़ी संख्या में असहाय व्यक्ति लाभान्वित हो रहे हैं। मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद में IRCTC के बेस किचनों में पकाया जाने वाला कम्युनिटी मील्स परोस कर ज़रूरतमंद लोगों को खाना सप्लाई करने के प्रयास लगातार जारी रखे जा रहे हैं।
पश्चिम रेलवे के आरपीएफ और वाणिज्यिक विभागों के साथ-साथ कई गैर-सरकारी संगठनों के स्वयंसेवकों के रूप में बहादुर कर्मयोद्धा मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद स्टेशनों के आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों में इस पके हुए भोजन के पैकेटों के वितरण में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। IRCTC के मुंबई सेंट्रल बेस किचन द्वारा 23 अप्रैल, 2020 को कुल 4900 भोजन पैकेट तैयार किये गये, जो सलाम मुंबई, जायंट्स ग्रुप, नन्ही परी जैसे विभिन्न गैर सरकारी संगठनों की मदद से ज़रूरतमंदों को वितरित किये गये। आईआरसीटीसी के अहमदाबाद बेस किचन द्वारा 3000 फूड पैकेट तैयार कर वितरित किए गए। 23 अप्रैल, 2020 को, मुंबई डिवीजन में कुल 5225 भोजन पैकेट और अहमदाबाद मंडल में 6275 भोजन पैकेट वितरित किए गए। वडोदरा डिवीजन ने 1525 भोजन पैकेट वितरित किए, जिनमें जय मानव सेवा परिवार ट्रस्ट, अक्षय पात्र फाउंडेशन और जिगर एमएसयू टीमों का मुख्य योगदान रहा।
नडियाद के गुड्स शेड में 150 भोजन पैकेट वितरित किए गए। भावनगर डिवीजन द्वारा सीहोर में टिकट चेकिंग स्टाफ की मदद से 680 खाद्य पैकेट वितरित किए गए। जूनागढ़ में अनलोडिंग कार्य के दौरान गुड्स क्लर्कों और ठेकेदार द्वारा संयुक्त रूप से ट्रक ड्राइवरों और मजदूरों को 110 भोजन पैकेट वितरित किए गए। 328 भोजन पैकेट राजकोट संभाग द्वारा वितरित किए गए। इसके अलावा राजकोट के सीनियर डिविज़नल कमर्शियल मैनेजर श्री रवींद्र श्रीवास्तव के सक्रिय मार्गदर्शन में
टिकट चेकिंग स्टाफ ने राजकोट स्टेशन के 28 कुलियों और 34 सफाई कर्मचारियों में से प्रत्येक को 1000 रु. की आर्थिक सहायता और अन्य आवश्यक घरेलू सामग्री प्रदान की। रतलाम मंडल ने 215 भोजन पैकेट वितरित किए। वापी के मलयाली वेलफेयर एसोसिएशन ने जीआरपी, हाउसकीपिंग और वापी स्टेशन के कर्मचारियों में वितरण के लिए आरपीएफ को 300 फेस मास्क और 20 सैनिटाइज़र की बोतलें प्रदान कीं। वसई रोड पश्चिम में उचित सामाजिक दूरी और सैनिटाइजेशन के साथ अंबाड़ी रोड, वसई के गुरुद्वारे और आरपीएफ के समन्वय से हाउस कीपिंग स्टाफ सहित 55 जरूरतमंदों को खिचड़ी वितरित की गई।