‘फ्रेशर्स के अच्छे दिन आने वाले हैं’, 15% से अधिक इंप्लॉयर्स फ्रेशर्स की नियुक्ति के लिए उत्साहित
टीमलीज एडटेक कॅरियर आउटलुक रिपोर्ट में बताया गया-बिजनेस डेवलपमेंट – सेल्स प्रोफेशनल्स, ग्राफिक डिजाइनर्स, डिजिटल मार्केटिंग एसोसिएट्स, कंटेंट राइटर्स एवं वेब डेवलपर्स के रूप में प्रमुख रूप से रोजगार उपलब्ध हैं
टीमलीज एडटेक (पूर्वनाम, स्कूलगुरू एडुसर्व), जो भारत की प्रमुख लर्निंग समाधान कंपनी और टीमलीज सर्विसेज समूह का हिस्सा है, ने अपनी नवीनतम ‘कॅरियर आउटलुक रिपोर्ट फरवरी-अप्रैल 21’ की आज घोषणा की। गहन विश्लेषण आधारित कॅरियर आउटलुक रिपोर्ट में फरवरी-अप्रैल, 2021 की अवधि के लिए इंप्लॉयर्स की नियुक्ति इच्छा, मांग वाली जॉब प्रोफाइल्स, नौकरियों के लिए उपयुक्त कौशल और ऐसे पाठ्यक्रमों के संबंध में उपयोगी जानकारी प्रदान की गयी है जिनसे रोजगार के इच्छुकों की मदद मिल सके।
रिपोर्ट के अनुसार, इंडिया इंक नयी कुशल प्रतिभाओं की नियुक्ति हेतु उत्साहपूर्वक इच्छुक है। दरअसल, 15 प्रतिशत से अधिक कॉर्पोरेट्स ने फ्रेशर्स की नियुक्ति की इच्छा जाहिर की है, जो फ्रेशर्स के लिए अच्छे दिन का संकेत है। हालांकि सभी क्षेत्रों में अलग-अलग संख्याओं में फ्रेशर्स की नियुक्ति को लेकर उत्साह है, लेकिन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, टेलीकम्यूनिकेशंस, ईकॉमर्स एवं स्टार्ट-अप्स इनमें सबसे आगे प्रतीत होते हैं।
आगे, रोजगार की भूमिका की दृष्टि से, हालांकि कॉर्पोरेट्स सभी तरह की भूमिकाओं वाली नौकरियों में फ्रेशर्स का नियुक्ति को लेकर इच्छुक हैं, लेकिन बिजनेस डेवलपमेंट एवं सेल्स प्रोफेशनल्स, ग्राफिक डिजाइनर्स, डिजिटल मार्केटिंग एसोसिएट्स, कंटेंट राइटर्स एवं वेब डेवलपर्स कुछ ऐसी भूमिकाएं हैं जिनमें अधिकांश क्षेत्रों में फ्रेशर्स की मौजूदगी बढ़ाने पर जोर है।
अध्ययन में शामिल 21 में से लगभग 10 क्षेत्रों ने बिजनेस डेवलपमेंट/सेल्स प्रोफेशनल्स की भूमिका हेतु फ्रेशर्स की नियुक्ति की अपनी इच्छा जाहिर की है। 5 क्षेत्रों में ग्राफिक डिजाइनर्स की भूमिका के लिए फ्रेशर्स पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इस प्रोफाइल में नियुक्ति बढ़ने की उम्मीद है।
प्रवृत्तियों के बारे में अपनी राय साझा करते हुए, टीमलीज एडटेक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री शांतनु रूज ने कहा, ”कोविड-19 महामारी के बावजूद, फ्रेशर्स को हायर करने की प्रवृत्ति मजबूती से लगातार बढ़ रही है। फरवरी-अप्रैल, 2021 की अवधि के लिए, फ्रेशर्स को हायर करने की इच्छा में लॉकडाउन की अवधि की तुलना में 2.5 गुनी वृद्धि हुई है और अर्थव्यवस्था पटरी पर आना शुरू हो जाने के साथ, इसे और अधिक बढ़ने की उम्मीद है। इंप्लॉयर्स द्वारा फ्रेशर्स से विशेषीकृत कौशलों की अपेक्षा पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
दरअसल, कॉर्पोरेट्स लोकप्रिय मांग वाली जिन 90 रोजगार भूमिकाओं में फ्रेशर्स की नियुक्ति करने के इच्छुक हैं, उनमें से 65 प्रतिशत भूमिकाओं के लिए विशेषीकृत कौशल आवश्यक है। एचईआई (HEI) इस रिपोर्ट में प्रदत्त जानकारी का उपयोग करके अपने पाठ्यक्रमों में इंडस्ट्री की मांगों व आवश्यकताओं के अनुसार परिवर्तन कर सकते हैं।”
इस रिपोर्ट में उन प्रमुख कौशलों और शीर्ष पाठ्यक्रमों के बारे में भी बताया गया है जिनसे फ्रेशर्स अपनी रोजगार योग्यता बढ़ा सकते हैं और पाठ्यक्रमों को पूरा करके फ्रेशर्स नौकरी पाने की अपनी संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं। निष्कर्षों के अनुसार, इंप्लॉयर्स की फ्रेशर्स से यह अपेक्षा है कि वो प्रोडक्ट/ सर्विस एडवर्टाइजिंग, डेटा एनालिटिक्स, वेब/मोबाइल एप्प डेवलपमेंट और स्प्रेडशीट स्किल्स जैसे डोमेन स्किल्स में कुशल हों।
इसके अलावा, रिपोर्ट के अनुसार, इंप्लॉयर्स, फ्रेशर्स से सॉफ्ट स्किल्स जैसे कि रीजनिंग, एनालिटिकल थिंकिंग, जटिल समस्या समाधान, एक्टिव लर्निंग एवं क्रिटिकल रीजनिंग की भी अपेक्षा रखते हैं। जहां तक पाठ्यक्रमों का संबंध है, फ्रेशर्स के लिए उनकी रोजगार योग्यता बढ़ाने हेतु सबसे उपयुक्त पाठ्यक्रम ऑटोमेशन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, एवं ग्राफिक डिजाइनिंग है।
सही नौकरियां पाने के लिए फ्रेशर्स के लिए कौशल विकास के पहलू को अत्यावश्यक बताते हुए, टीमलीज एडटेक की सह-संस्थापक एवं प्रेसिडेंट, सुश्री नीति शर्मा ने कहा, ”जहां फ्रेशर्स की नियुक्ति की आशा मजबूती से बढ़ रही है, वहीं अभ्यर्थियों को यह समझना होग कि इंप्लॉयर्स को खास तौर पर विशेषीकृत कौशल संपन्न प्रतिभाओं की तलाश है। अब फ्रेशर्स के कौशल विकास हेतु नियमित डिग्री कोर्सेज पूर्णत: पर्याप्त नहीं हैं।
वास्तव में, फ्रेशर्स के लिए मांगी गई अधिकांश जॉब्स प्रोफाइल में अतिरिक्त सीखने की आवश्यकता होती है और फ्रेशर्स को लगातार अप-स्किलिंग में निवेश करने और वक्र से आगे रहने की आवश्यकता होती है। समय की जरूरत न केवल डोमेन कौशल है, बल्कि नरम और आला कौशल भी है।”
कैरियर आउटलुक रिपोर्ट इस अंतर को पाटने का प्रयास करती है और बाजार की आवश्यकता के लिए नौकरी की भूमिकाओं और कौशल में कैरियर-बढ़ाने वाली अंतर्दृष्टि प्रदान करती है और ऐसे पाठ्यक्रम हैं जो नौकरी चाहने वालों को बाजार की मांग का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए तैयार करते हैं। रिपोर्ट में भारत के अठारह क्षेत्रों और चौदह शहरों में 815 नियोक्ताओं से एकत्रित अंतर्दृष्टि का विश्लेषण किया गया है।