‘हुनर हाट’ के माध्यम से 7.5 लाख कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार
31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 600 से अधिक कारीगर और शिल्पकार अपना सामान लेकर ‘हुनर हाट’ आए हैं-लोग यहां देश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे विभिन्न सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों का भी आनंद ले रहे हैं
पिछले पांच वर्षों में ‘हुनर हाट’ ने 5 लाख से ज्यादा कारीगरों, शिल्पकारों और पाक-कला में माहिर लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं- मुख्तार अब्बास नक़बी
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी ने आज 26वें ‘हुनर हाट’ का औपचारिक उद्घाटन जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम नई दिल्ली में किया जहां देश भर से हस्तशिल्पकार और कारीगर पहुंचे हुए हैं।
इस अवसर पर लोकसभा सांसद श्रीमति मीनाक्षी लेखी बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थीं। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय सचिव श्री पीके दास और अन्य वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य इस अवसर पर मौजूद थे।
इस मौके पर श्री राजनाथ सिंह जी ने कहा,” देश के हर हिस्से में बेहतरीन और अनोखा हुनर मौजूद है। ‘हुनर हाट’ में शामिल हो रहे कारीगर न सिर्फ कला के उस्ताद हैं, बल्कि वे भाग्य के भी उस्ताद हैं।”
उन्होंने कहा कि हुनर हाट देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करके अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। मोदी सरकार देश के स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पकारों को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है। ‘हुनर हाट’ ऐसे ही कलाकारों और हस्तकला के हुनरमंद लोगों को एक मंच पर ला रहा है।
श्री राजनाथ सिंह जी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ हमारी सांस्कृतिक कला और शिल्प का खूबसूरत प्रदर्शन होने के साथ साथ हमारी सांस्कृतिक बाहुलता का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा,” हुनर हाट कारीगरों की पारंपरिक कलाओं की विरासत की ब्रैंडिग करने का काम कर रहा है और ये आत्मनिर्भर भारत मिशन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान अदा कर रहा है।
हुनर हाट ने कोरोना महामारी आपदा के वक्त में ‘वोकल फॉर लोकल’ के रूप में अवसर उत्पन्न कर दिया है। इन हुनरमंद कारीगरों ने अपनी कलाकृतियों का उत्पादन जारी रखा जिन्हें ‘हुनर हाट’ ने एक बाजार के रूप में अवसर उपलब्ध करवाया है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम पर आधारित इस 26वें हुनर हाट का आयोजन 20 फरवरी से 1 मार्च 2021 तक किया है।
31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 600 से अधिक कारीगर और शिल्पकार अपना सामान लेकर दिल्ली में ‘हुनर हाट’ में आए हैं। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, ओडीशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिल नाडू, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से कारीगर जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में सजे ‘हुनर हाट’ में पहुंचे हैं। यहां इनके उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है।
उत्तम स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद जैसे अप्लीक वर्क, सूखे फूल, जूट-केन, पीतल के उत्पाद, लकड़ी और मिट्टी के खिलौने, अजरख ब्लॉक प्रिंट, ब्लू आर्ट पॉटरी, पश्मीना शॉल, खादी उत्पाद, बनारसी सिल्क, लकड़ी के फर्नीचर, चिकनकारी कढ़ाई, चंदेरी सिल्क, लाख की चूड़ियाँ, राजस्थानी आभूषण, फुलकारी, तेल चित्रकारी, चमड़ा उत्पाद, खुर्जा मिट्टी के बर्तन, तमिलनाडु, कर्नाटक से चंदन की लकड़ी के सामान, पश्चिम बंगाल के जूट उत्पाद आदि यहां बिक्री और प्रदर्शनी के लिए उपलब्ध हैं।
इसके अलावा लोग यहां देश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे विभिन्न सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों का भी आनंद ले रहे हैं। श्री विनोद राठौर (21 फरवरी) जैसे प्रसिद्ध कलाकार; निज़ामी ब्रदर्स (24 फ़रवरी); श्री सुदेश भोंसले (२६ फरवरी); श्री कैलाश खेर (27 फरवरी); सुश्री शिबानी कश्यप (01 मार्च) और अन्य कलाकार अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ देश भर के कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक सही मंच है और इसने 5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय 75 ‘हुनर हाट’ के माध्यम से 7.5 लाख कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा जो देश की आजादी के 75 साल पूरा होने पर आयोजित किए जाएंगे।
श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ वर्चुअल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म- http://hunarhaat.org और जीईएम पोर्टल पर भी उपलब्ध है जहां देश और विदेश के लोग स्वदेशी कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों को डिजिटल / ऑनलाइन मंच पर भी खरीद सकते हैं।