व्हाट्सएप के माध्यम से पैसा भेजने पर कोई शुल्क नहिं लगेगा : जुकरबर्ग
नई दिल्ली : फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि देश में अब व्हाट्सएप के माध्यम से रकम भेजने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्होंने मल्टी बैंक मॉडल में यूपीआई पर लाइव होने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की सहमति मिलने के बाद कहा कि यह 140 से ज्यादा बैंकों द्वारा समर्थित होगा।
जुकरबर्ग एक वीडियो बयान के माध्यम से बोल रहे थे। उन्होंने कहा, अब आप अपने दोस्तों और परिजनों को व्हाट्सएप के माध्यम से पैसा उतनी ही आसानी के साथ भेज सकते हैं जैसे संदेश भेजते हैं। इसका न तो कोई शुल्क देना होगा और न ही इसमें कोई कठिनाई आएगी। यह पूरी तरह सुरक्षित भी होगा और निजी भी रहेगा। इसे 140 से ज्यादा बैंकों का समर्थन भी है।
उन्होंने कहा, हमने इसे भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का इस्तेमाल करके बनाया है ताकि किसी के लिए भी अलग-अलग एप पर तुरंत भुगतान को स्वीकार करना आसान हो सके। इससे कंपनियों को भी लोगों को शानदार सेवाएं देने का मौका मिलेगा। जुकरबर्ग ने कहा, भारत ऐसा कुछ भी करने वाला पहला देश है।
एनपीसीआई से मंजूरी मिलने के बाद फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि व्हाट्सएप की भुगतान सेवा 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। इस सेवा का इस्तेमाल करने वाले यूजर को सिर्फ एक बैंक के साथ डेबिट कार्ड चाहिए जो यूपीआई को सपोर्ट करता हो। यूजर इसे सीधे सेट कर सकता है। इसे व्हाट्सएप के नवीनतम संस्करण में भी पाया जा सकता है।
वॉट्सएप के भारत में 40 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। कंपनी पिछले दो वर्ष से भुगतन सेवा शुरू करने के लिए मंजूरी का इंतजार कर रही थी। वॉट्सएप करीब 10 लाख यूजरों के जरिए इसका परीक्षण कर रही थी। जुकरबर्ग ने कहा, पांच नवंबर से यूपीआई के दो करोड़ अधिकतम यूजरों के साथ व्हाट्सएप पर यह सेवा शुरू की जाएगी। इसकी एनपीसीआई ने स्वीकृति दे दी है।
वॉट्सएप की भुगतान सेवा को धीरे-धीरे रोलआउट किया जा रहा है। एनपीसीआई के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए यूजर्स को धीरे-धीरे भुगतान सेवा का अपडेट दिया जा रहा है। शुरुआत में सभी यूजरों को इसका अपडेट नहीं मिलेगा।