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ट्राइब्‍स इंडिया ने कुछ और नए उत्‍पाद शामिल कर अपने दायरे का विस्‍तार किया  

ट्राइब्‍स इंडिया ने फारेस्‍ट फ्रैश और ऑर्गेनिक क्षेत्र से कुछ और नए उत्‍पाद शामिल कर अपनी उत्‍पाद पेशकश को अधिक आकर्षक बनाया है और लाखों जनजातीय उद्यमों की बड़े बाजारों तक पहुंच मुहैया कराई है। इस सप्‍ताह ट्राइब्‍स इंडिया की ओर से 20 और प्रभावी और रोग प्रतिरोधक उत्‍पादों को अपनी पेशकश में शामिल किया गया है।

पिछले दो महीनों में ट्राइब्‍स इंडिया बड़े पैमाने पर नए उत्‍पादों (रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले उत्‍पाद, फारेस्‍ट फ्रैश और ऑर्गेनिक उत्‍पादों तथा जनजातीय कला एवं हस्‍तशिल्‍प उत्‍पादों) को अपनी पेशकश में शामिल कर चुकी है। पिछले कुछ सप्‍ताह में शामिल किए सभी नए उत्‍पाद ट्राइब्‍स इंडिया के 125 बिक्री केन्‍द्रों, ट्राइब्‍स इंडिया मोबाइल वैन्‍स और ट्राइब्‍स इंडिया ई-मार्केटप्‍लेस  (tribesindia.com) और ई टेलर्स जैसे ऑनलाइन मंचों पर उपलब्‍ध हैं।

कल जिन उत्‍पादों को शामिल किया गया उनमें तमिलनाडु की इरुलास और कुरुमबास जनजाति‍यों के दस उत्‍पाद शामिल हैं इनमें तीन ऑर्गेनिक उत्‍पाद – शिकाकाई पाउडर, लाल चावल और मसाले जैसे जायफल, जायफल का अचार और दो तरह का अवल (पोहा) शामिल हैं।

मध्‍य प्रदेश की गोंड और कोर्कू जनजाति‍यों द्वारा तैयार दस धातु निर्मित आकर्षक डोकरा सजावटी वस्‍तुएं भी ट्राइब्‍स इंडिया के कैटलॉग में शामिल की गई हैं। यह बेहद खूबसूरत धातु निर्मित वस्‍तुएं उचित कीमत पर उपलब्‍ध हैं और यह सजावटी के साथ-साथ काम आने वाले उत्‍पाद हैं। इनमें नंदी और हिरन की मूर्तियां, कार्डकेस, नेपकि‍न होल्‍डर और पेन स्‍टैंड शामिल हैं।

इस अवसर पर अपने संबोधन में टीआरआईएफईडी के प्रबंध निदेशक श्री प्रवीर कृष्‍ण ने कहा, ‘‘भारत भर की जनजाति‍यों द्वारा तैयार इन उत्‍पादों को अपनी पेशकश में शामिल करने से बहुत सी जनजातियों के कलाकारों की बड़े बाजारों तक पहुंच बनी है। हमारी कोशिश है कि इन जनजातियों के लोगों के जीवन में बदलाव लाकर उनकी आजीविका के स्‍तर में सुधार किया जाए। टीआरआईएफईडी जनजातियों के सशक्तिकरण के लिए कार्य करते समय ‘गो वोकल फॉर लोकल गो ट्राइबल’ के मंत्र में विश्‍वास रखता है।’’

हाल में शुरू किया गया ट्राइब्‍स इंडिया का ई-मार्केटप्‍लेस, भारत का सबसे बड़ा हस्‍तशिल्‍प एवं ऑर्गेनिक उत्‍पादों का बाजार है जिसका उद्देश्‍य पांच लाख जनजातीय उद्यमों को राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय बाजारों से जोड़ना, जनजातीय उत्‍पादों और हस्‍तशिल्‍प वस्‍तुओं का प्रदर्शन करना तथा देश भर के उपभोक्‍ताओं की उन तक पहुंच कायम करना है।

विभिन्‍न प्रकार के प्राकृतिक और दीर्घकालिक उत्‍पादों के साथ-साथ ट्राइब्‍स इंडिया ई-मार्केटप्‍लेस हमारे जनजातीय भाइयों की सदियों से चली आ रही परंपराओं की झलक भी पेश करता है। कृपया हमारे market.tribesindia.com पर जाएं। ‘बाइ लोकल बाइ ट्राइबल’


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